कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय जयपुर में छात्राओं को उद्यमिता की राह दिखाई गई। महाविद्यालय के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल ने गुरुवार को ‘प्रोटोटाइप और प्रोसेस डिजाइन’ पर कार्यशाला का आयोजन किया। जेईसीआरसी इन्कयूबेशन सेंटर की मैनेजर कोमल जोशी ने कार्यशाला में विशेषज्ञ की भूमिका निभाई। उन्होंने छात्राओं को उत्पाद निर्माण के चरणों की जानकारी दी। साथ ही उद्यमिता से जुड़े मिथकों को भी दूर किया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने छात्राओं को प्रोटोटाइप विकास के जरिए उद्यमिता में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। आईआईसी संयोजक डॉ. प्रियंका खुराना ने विशेषज्ञ का स्वागत किया। विशेषज्ञ ने स्टार्टअप से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं को रोजमर्रा की जिंदगी से जोड़कर समझाया। उन्होंने छात्राओं को सलाह दी कि उत्पाद बनाने से पहले अच्छी तरह शोध करें। लोगों की जरूरतों को समझें और हमेशा सीखने की इच्छा रखें। इससे डिजाइन सोच विकसित होगी। कार्यशाला में बताया गया कि प्रोटोटाइप उद्यमिता का एक अहम हिस्सा है। इससे उत्पाद का मॉडल टेस्ट किया जा सकता है और फीडबैक लिया जा सकता है। विशेषज्ञ ने छात्राओं के सवालों का जवाब भी दिया। यह सत्र छात्राओं के लिए बेहद फायदेमंद रहा।
जेईसीआरसी विशेषज्ञ ने छात्राओं को दी स्टार्टअप की ट्रेनिंग:कानोड़िया कॉलेज में प्रोटोटाइप और प्रोसेस डिजाइन पर कार्यशाला, उत्पाद निर्माण के गुर सिखाए
