जैन धर्म के आठ दिवसीय शाश्वत पर्व अष्टानिका महापर्व का रविवार को शुरू हुआ । इस दौरान शहर के दिगंबर जैन मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना सहित धार्मिक आयोजनों की धूम रही। राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा के अनुसार अष्टानिका महा पर्व के मौके पर दिगंबर जैन मंदिरों में श्री सिद्ध चक्र महा मंडल विधान पूजा एवं विश्व शांति महायज्ञ, श्री नन्दीश्वर महा मंडल विधान पूजा सहित शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम किये गये ।। आठ दिनों तक धर्म की गंगा बहेगी। रविवार, 14 जुलाई को ध्वजारोहण से अष्टानिका महापर्व का शुभारंभ हुआ । अभिषेक, शांति धारा के बाद नित्य नियम पूजा की गई। तत्पश्चात श्री सिद्ध चक्र महा मंडल विधान पूजा में मंडल पर मन्त्रोच्चार के साथ 8 अर्घ चाद्गाये गये । महा आरती के बाद समापन हुआ । सायंकाल श्री जी की आरती के बाद भक्तामर स्तोत्र दीप महाअर्चना अनुष्ठान एवं भक्ति संध्या के आयोजन किए गए। सोमवार को सुबह अभिषेक, शांति धारा के बाद भगवान की नित्य नियम पूजा की गई। उसके बाद श्री सिद्ध चक्र महा मंडल विधान पूजा में 16 अर्घ चढ़ाये गए । अष्टानिका महापर्व का रविवार, 21 जुलाई को विश्व शांति महायज्ञ के साथ समापन होगा। गोपालजी का रास्ता स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर कालाडेरा, टोडरमल स्मारक, भट्टारक जी की नसियां, श्याम नगर, तारों की कूट पर सूर्य नगर स्थित श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर, आगरा रोड पर खानिया स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र चूलगिरी पर पाटनी परिवार के नेतृत्व में , अग्रवाल फार्म स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन कांच वाला मंदिर थड़ी मार्केट सहित कई मंदिरों में श्री सिद्ध चक्र महा मंडल विधान पूजा के आयोजन किए गया ।
जैन धर्म के शाश्वत पर्व आठ दिवसीय अष्टानिका महापर्व शुरू:सिद्ध चक्र महामंडल विधान पूजा में चढ़ाए 8 अर्घ्य, अब 16 अर्घ्य के साथ पूजा -अर्चना
