पूर्व भाजपा विधायक और वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा ने फिर से विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को नौसिखिया बताते हुए कहा कि कांग्रेस के नेताओं के दबाव में आकर उन्हें निकाला गया। इस पूरे बयान का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर निशाना साधा है। बता दें कि आहूजा ने अलवर के शालीमार में बनाए गए नए राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के जाने पर गंगाजल छिड़कर शुद्धिकरण करने की बात कहकर विवाद खड़ा कर दिया था। इसके बाद कांग्रेस ने बीजेपी के नेता को दलित विरोधी बताते हुए पूरी पार्टी पर हमला बोल दिया था। विवाद बढ़ने पर भाजपा ने आहूजा को पार्टी से बर्खास्त कर दिया था। दरअसल, बुधवार को आहूजा का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधा है। वीडियो में आहूजा कह रहे हैं कि बीजेपी ने डरकर हमारे नौसिखिया मुख्यमंत्री व बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ और कांग्रेस ने झूठा प्रचार किया कि ज्ञानदेव आहूजा दलितों के खिलाफ और बीजेपी दलित के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि 27 को पहले निलंबन नोटिस दिया। इसका मैंने जवाब दे दिया कि मैं दलित विरोधी नहीं हूं। उसके बाद अनुशासन समिति ने शाम को मुझसे बात की। लेकिन 28 को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राजस्थान आने वाले थे। इसलिए डर लगा कि कांग्रेसी हंगामा करेंगे। जब कांग्रेसी चुप नहीं हो सकते, तो मैं भी नहीं हो सकता। मैं चुनौती देता हूं कि अब राहुल गांधी, सोनिया गांधी, अशोक गहलोत या डोटासरा आएंगे तो भी गंगाजल छिड़कूंगा। इस मामले में खुली चुनौती देता हूं। वीडियो की आहूजा ने भी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि यह वीडियो मंगलवार का है। उन्होंने कहा- मैं राम मंदिर में भी गंगाजल छिड़कूंगा, अगर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वहां जाते है तो। मैं चुप नहीं रहूंगा और लगातार गलत बातों का विरोध करूंगा।