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झांसी में तेज रफ्तार कार ने एक 72 साल के व्यक्ति को टक्कर मार दी। वो करीब 10 फीट ऊपर उछलकर सड़क किनारे जा गिरे। लोगों ने देखा तो फौरन अस्पताल ले गए। वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस हादसे का सीसीटीवी भी सामने आया है। पुलिस ने इसकी मदद से कार की पहचान कर उसे बरामद कर लिया। गाड़ी मालिक फरार है। घटना सीपरी बाजार थाना क्षेत्र की है। पहले 3 तस्वीरें… अब पढ़िए कैसे हादसा हुआ
ओमप्रकाश (72) राजस्थान के चिकसाना थाना क्षेत्र के रूध इकरन गांव के रहने वाले थे। फिलहाल परिवार के साथ पाल कॉलोनी में किराए पर रहते थे। उनके बेटे नौबत सिंह ने बताया- मैं 13 जनवरी को घर से पिता के साथ किसी काम से निकला था। पिता ने दुकान से डिस्पोजल गिलास दिलाए। फिर मैंने पिता को घर भेज दिया और मैं वहां से चला गया। शाम को घर लौटा, तो पिता नहीं थे। इस पर हमने उनकी तलाश शुरू की। आसपास के सीसीटीवी देखे, तो एक कैमरे में तेज रफ्तार कार पिता को रौंदते हुए दिखी। पिता को ढूंढ़ते हुए हम मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो वे घायल हालत में मिले। इलाज के दौरान आज उनकी आज मौत हो गई। सीसीटीवी से गाड़ी वाले की पहचान हादसे से जुड़ा एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया है। जिसमें ग्वालियर नंबर की एक कार झांसी से ग्वालियर की ओर जा रही है। तेज रफ्तार में वो कंटेनर को ओवरटेक करते हुए सड़क किनारे चल रहे ओमप्रकाश को रौंद देती है। टक्कर के बाद वह 10 फीट ऊपर उछलकर गिर जाते हैं। गाड़ी चला रहा व्यक्ति कार छोड़कर भाग जाता है। आसपास के लोगों ने पुलिस बुलाकर ओम प्रकाश को अस्पताल में एडमिट करवाया। जहां उनकी मौत हो गई। पुलिस ने कार बरामद कर ली है। ओमप्रकाश की मौत के बाद घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल ओमप्रकाश और उनके बेटे झांसी में रहकर गन्ने की मशीन चलते थे। उनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं। इसमें एक बेटा और दो बेटियों की शादी हो चुकी है। जबकि एक बेटा और एक बेटी अविवाहित है। पति की मौत के बाद पत्नी प्रेमवती का रो रोकर बुरा हाल है। ———————– यह खबर भी पढ़ें योगी दिल्ली जाएं, केशव मौर्य प्रदेश संभालें, हरदोई के विधायक की इच्छा, डिप्टी सीएम बोले- पतवार चलाते जाएंगे, मंजिल आएगी-आएगी हरदोई में बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने केशव प्रसाद मौर्य को सीएम बनाने की इच्छा जताई। एक कार्यक्रम में कहा- हमारे मन में एक बात आती है कि बाबा (योगी आदित्यनाथ) दिल्ली चले जाएं। केशव जी उत्तर प्रदेश संभालें। जो मेरे मन में आता है, वह अक्सर सच हो जाता है। समय तय करेगा कि आगे क्या होगा। यहां पढ़ें पूरी खबर

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