झालावाड़ सिटी रेलवे स्टेशन पर 21 जून को विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पर्यटन विकास समिति के सदस्यों ने कोटा-अकलेरा रेल के लोको पायलटों और स्टेशन अधीक्षक का माला पहनाकर सम्मान किया। समिति संयोजक ओम पाठक ने कहा कि 21 जून 2013 को पहली यात्री रेल झालावाड़ पहुंची थी। यह शहर के लिए ऐतिहासिक दिन था। उन्होंने बताया कि वर्तमान में यात्रियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। रेल का ठहराव कम समय का है और आने का समय भी सुविधाजनक नहीं है। उनकी मांग है कि कोटा जाने वाली ट्रेन का समय सुबह साढ़े 9 बजे किया जाए। समिति सदस्य सालेगराम दांगी ने रेल सेवा के विस्तार की मांग की। उन्होंने कहा कि रेल के फेरे बढ़ाए जाएं और सेवा को नागदा-रतलाम तक बढ़ाया जाए। समिति के अन्य सदस्यों में भगवती प्रकाश, सूरजकरण नागर, भारत सिंह, ललित शर्मा, मनजीत सिंह, नंद सिंह राठौड़ और लक्ष्मीकांत पहाड़िया शामिल थे। समिति ने रेल मंडल कोटा से यात्री सुविधाओं में सुधार की मांग की है। इसमें कोटा जाने वाली रेल के समय में बदलाव और सामान भेजने की सुविधा शामिल है।
झालावाड़ में रेल सेवा के 13 साल पूरे:स्टेशन पर रेल कर्मचारियों का सम्मान, यात्री सुविधाओं की मांग
