भारत के टॉप-20 उद्योगपतियों के लिए 2025 की पहली छमाही शानदार रही। इस दौरान शेयर बाजार में उथल-पुथल के बावजूद इनका औसत रिटर्न 15.6% रहा। दूसरी तरफ सेंसेक्स ने 7.11% रिटर्न दिया। सोलर इंडस्ट्रीज के को फाउंडर और चेयरमैन सत्यनारायण नुवाल की संपत्ति सबसे ज्यादा 78.4% बढ़ी। उनकी कंपनी विस्फोटक, डेटोनेटर, ड्रोन और गोला-बारूद बनाती है। टॉप-20 में से 14 की संपत्ति में कम से कम 8.5% बढ़ोतरी हुई। सिर्फ 6 उद्योगपतियों की संपत्ति 4% से 25% घटी। इस दौरान आरजे कॉर्प के चेयरमैन रवि जयपुरिया की संपत्ति 24.6% घटी है।
इन चार कॉरपोरेट हस्तियों ने चौंकाया; किफायत, इनोवेशन, मार्केट लीडरशिप इनकी ताकत 1. मुरली दिवि (74): फाउंडर, MD दिविज लैबोरेटरीज अमेरिकी वैज्ञानिक से सफल दवा उद्यमी बने संपत्ति: 95,734 करोड़ रुपए दिविज लैबोरेटरीज दवाओं का प्रमुख कच्चा माल एपीआई में विशेषज्ञता के लिए जानी जाती है। मुरली अमेरिकी वैज्ञानिक से उद्यमी बनने के लिए मशहूर हैं। मुरली दिवि ने मुनाफे की जगह इनोवेशन, हाई क्वालिटी और बिजनेस में स्थिर ग्रोथ पर ध्यान केंद्रित किया। 2. विक्रम लाल (83) : संस्थापक, आयशर मोटर्स 500-800 सीसी बाइक मार्केट में शेयर 96% संपत्ति: 87,186 करोड़ रुपए आयशर मोटर्स रॉयल एनफील्ड के लिए जानी जाती है। 500-800 सीसी के बाइक बाजार में हिस्सेदारी 96% है। वोल्वो के साथ ट्रक-बस का जॉइंट वेंचर। सबसे पुराने बाइक ब्रांड की शोहरत बनाए रखी। 1901 से लगातार उत्पादन जारी रखने वाली दुनिया की एकमात्र बाइक कंपनी। 3. बेनू बांगड़, 94: इस साल अब तक सेंसेक्स से तीन गुना रिटर्न चेयरमैन एमेरिटस, श्री सीमेंट संपत्ति: 72,655 करोड़ रुपए श्री सीमेंट अल्ट्रा जंग रोधक, बांगड़ सीमेंट और रॉकस्ट्रॉन्ग ब्रांड के सीमेंट बेचती है। मानद चेयरमैन बांगड़ कोलकाता के कारोबारी घराने से हैं। ये कंपनी किफायती सीमेंट उत्पादकों में से एक है। दाम कम रखकर बिक्री बढ़ाना इसकी रणनीति का हिस्सा रहा है। 4. सत्यनारायण नुवाल, 72: बीते तीन साल 40% से ज्यादा रिटर्न
संपत्ति: 67,527 करोड़ रुपए, सह-संस्थापक और चेयरमैन, सोलर इंडस्ट्रीज सोलर इंडस्ट्रीज के शेयर 2023 में 54%, 2024 में 45% और 2025 में 81% चढ़े। 17,000 करोड़ रुपए के ऑर्डर हैं। सरकारी कर्मचारी के बेटे नुवाल ने 1970 में सिर्फ 18 साल की उम्र में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाई थी। हाई ग्रोथ बिजनेस पर नजर रखते हैं।
इन 5 उद्यमियों ने बादशाहत बरकरार रखी; तेज विस्तार, विविधता इनकी बड़ी ताकत
