घर के हालात इतने मुश्किल थे कि पढ़ाई करना आसान नहीं था। पापा ने फिर भी पैसे को राह का रोड़ा नहीं बनने दिया। कर्ज लिया। दिन-रात ट्रक चलाया। वे चाहते थे कि मैं डॉक्टर बनूं। यह कहना है बाड़मेर के एक ट्रक ड्राइवर गेनाराम की बेटी धनी (19) का। जिसने NEET UG 2025 क्लियर किया है। उसने ऑल इंडिया में 1766 और ओबीसी में 577वीं रैंक हासिल की है। गेनाराम ने साहूकारों से कर्ज लेकर बेटी को पढ़ाया। बेटी ने भी दूसरे प्रयास में नीट क्रेक किया। परिवार बाड़मेर के बाटाडू गांव में रहता है। धनी ने बताया- पापा महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में अलग-अलग सामान लादकर आते-जाते हैं। 20 साल से वे ट्रक चला रहे हैं। परिवार पर 2 लाख का कर्ज है। पापा की सैलरी 30 हजार रुपए है। इसी में घर भी चलाया और कर्ज लेकर मुझे पढ़ाया। हालात ऐसे भी थे कि पढ़ाई करना मुश्किल था। मेरी पढ़ाई न रुके, इसके लिए पापा ने दिन-रात ट्रक चलाया। पापा चाहते थे कि मैं डॉक्टर बनूं। बहुत खुश हूं कि मैंने पापा का सपना पूरी कर दिया। सीनियर (12वीं कक्षा) करते वक्त मैंने नीट का एग्जाम दिया था। तब सिलेक्शन नहीं हुआ। दोबारा तैयारी कर एग्जाम दिया। अब 720 में से 595 नंबर आए हैं। मेरी इस सफलता से घर, गांव और ननिहाल में खुशी की लहर है। बधाई देने लोग घर आ रहे हैं। मेरी मां मालू देवी गृहणी हैं। मेरा एक छोटा भाई है, जिसने 12वीं क्लियर की है। पूरा परिवार बाटाडू गांव में ही रहता है। मैंने 11वीं और 12वीं में बालोतरा में हॉस्टल में रहकर पास की। भाई बोला- एक साल कोचिंग की, फिर सेल्फ स्टडी की धनी के कजिन किशन ने बताया- धनी ने 10वीं तक अपने ननिहाल उण्डू में पढ़ाई की। इसके बाद 11वीं और 12वीं बालोतरा की सरकारी गर्ल्स स्कूल में पढ़ाई की। साल 2023 में सीनियर की, उसके 94 प्रतिशत नंबर आए। इस दौरान उसने नीट का एग्जाम दिया। लेकिन सलेक्ट नहीं हो पाई। फिर परिवार के लोगों ने फिर से तैयारी करने का बोला। एक साल जोधपुर में कोचिंग ली। साथ ही सेल्फ स्टडी करके नीट क्लियर की। ये खबर भी पढ़ें जूठे बर्तन धोने वाले के बेटे ने किया NEET क्लियर:जब रिजल्ट आया, उस समय पिता झोपड़ी की मरम्मत कर रहे थे, मजदूरी कर पढ़ाई की शादी समारोहों में लोगों के जूठे बर्तन धोने वाले के बेटे ने NEET UG 2025 क्लियर किया है। पढ़ाई के साथ-साथ छात्र ने परिवार की मदद के लिए दिहाड़ी मजदूरी तक की। इससे समय बचता तो पढ़ाई में जुट जाते थे। अब नतीजा सामने है। ओबीसी कैटेगरी में 4071 वीं रैंक बनी है। (पढ़ें पूरी खबर)