सीकर में 8.50 बीघा जमीन की मालकिन दिल्ली में रहती है। आरोपियों ने बताया कि वह जमीन बेचना चाहती है। फिर फर्जी मालकिन से मिलवाया और जमीन के फेक कागजात दिखाकर ठेकेदार से 90 लाख रुपए ठग लिए। इन पैसों से दो आरोपी महिलाओं ने अपना उधार चुकाया। स्कूटी भी खरीदी। यहां तक कि एक आरोपी ने बिहार से दुल्हन लाकर जयपुर के एक रिसॉर्ट में लाखों रुपए खर्च कर शादी की। दुल्हन के लिए सोने के गहने बनवाए। सीकर के कोतवाली थाना पुलिस ने मामले में दो महिलाओं समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में जयपुर निवासी जितेंद्र राणा (32), दिल्ली निवासी विमला गुप्ता (55), कविता सिंह (45) और सीकर निवासी बलबीर सांसी (51) शामिल हैं। जमीन की फर्जी डील में 90 लाख की ठगी, ऐसे सामने आई पूरी कहानी 1. पेंट ठेकेदार ने दर्ज करवाया था मामला
थानाधिकारी सुनील कुमार जांगिड़ ने बताया- 1 अप्रैल 2025 को महावीर प्रसाद ने मुकदमा दर्ज करवाया कि मैं बिल्डिंग्स में कलर (पेंट) करने के ठेके लेता हूं। मुझे सीकर में जमीन खरीदनी थी। ऐसे में ब्रोकर मुंशीराम ने सीकर में नेहरू पार्क के पीछे एक जमीन बताई। जमीन का एरिया करीब 8.50 बीघा था। जमीन दिल्ली निवासी महिला मीरा सांसी की होना बताया। कहा कि वह महिला दिल्ली में रहती है। बीमार होने के कारण अपनी जमीन बेचने जा रही है। 2. जयपुर में दिए थे 90 लाख रुपए
मुंशीराम ने महावीर से 71 लाख रुपए प्रति बीघा के हिसाब से सौदा फाइनल करवाने की बात कही। 20 जनवरी को जयपुर में कलेक्ट्रेट सर्किल के पास एक काले रंग की थार गाड़ी में 2 महिलाएं और दो पुरुष मिले। एक महिला को मालकिन मीरा सांसी और दूसरी को उनकी पुत्रवधू बताया। उन्होंने जमीन के फर्जी कागजात दिखाए। वहां महावीर ने उनको एडवांस के तौर पर 90 लाख रुपए दे दिए। बाकी रकम दो महीने में रजिस्ट्री करवाने के समय देना तय हुआ। 71 लाख रुपए प्रति बीघा के हिसाब से करीब 6 करोड़ से सौदा तय हुआ था। मुंशीराम ने महावीर से कहा था कि 2 महीने में पेमेंट कर दो, रजिस्ट्री करवा देंगे। लेकिन, काफी समय बीत जाने के बाद भी जमीन पर कब्जा नहीं दिया। मार्च में जब महावीर ने मुंशीराम को कॉल किया तो उसने कहा कि मीरा और उनके भतीजे ने अपना फोन बंद कर लिया है। ऐसे में महावीर को शक हो गया कि उसके साथ ठगी हुई है। इसके बाद महावीर ने मुंशीराम के साथ जाकर मामला दर्ज करवाया। 3. असली मालकिन ने नहीं किया था कोई सौदा
जांच में सामने आया कि जिस जमीन का सौदा किया, उस जमीन की असली मालकिन तो दिल्ली में है, जिसने कोई सौदा किया ही नहीं। ब्रोकर मुंशीराम से पूछताछ में पता चला कि उसे यह जमीन सीकर निवासी बलबीर सांसी ने दिखाई थी। पुलिस ने 5 दिन पहले बलबीर सांसी को गिरफ्तार किया। उसने एक गिरोह से जुड़े होने की बात कबूली और पूरी ठगी का खुलासा किया। उसने बताया कि ठगी में जितेंद्र राणा, विमला गुप्ता और कविता सिंह पत्नी विक्रम सिंह भी शामिल हैं। 4. महिला आरोपियों ने उधारी चुकाई
उधर, दिल्ली निवासी दोनों आरोपी महिलाओं विमला और कविता ने इन पैसों से खुद की उधार चुकाई। कविता सिंह ने स्कूटी भी खरीदी। वहीं आरोपी जितेंद्र ने बिहार से दुल्हन लाकर जयपुर में एक रिसॉर्ट में लाखों रुपए खर्च करके अपनी शानदार शादी की। दुल्हन के लिए सोने की ज्वेलरी बनवाई। पुलिस ने शनिवार को कानोता (जयपुर) से जितेंद्र, दिल्ली के बुधविहार थाना इलाके से विमला और सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र से कविता को गिरफ्तार किया। आरोपी जब रुपए लेने जयपुर आए थे तब विमला ने खुद को मीरा, कविता ने खुद को मीरा की पुत्रवधू और जितेंद्र ने भतीजा दिलीप होना बताया था। आरोपियों की गिरफ्तारी में ASI तूफानसिंह, कॉन्स्टेबल शंकरलाल यादव, दिनेश डोटासरा, दलीप भामू, राजकुमार और महिला कॉन्स्टेबल सुमित्रा की अहम भूमिका रही।
