खैरथल की गलियों और चौराहों पर गुरुवार को डिजिटल बैंकिंग अवेयरनेस को नुक्कड़ नाटक के जरिए आमजन ने बखूबी समझा। जिससे आमजन को पता चला कि बदलते दौर में डिजिटल बैंकिंग से बहुत समय बचता है। क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड से बैंकिंग लेन-देन के आसान होने को समझाया। यह बताया कि अब AI स्मार्ट एप के जरिए डिजिटल बैंकिंग बहुत स्मार्ट हो चुकी है। असल में शक्ति पुंज सोसाइटी के कलाकारों ने सुप्रिया शर्मा के कुशल निर्देशन में एक प्रभावी नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर लोगों को बैंकिंग की डिजिटल दुनिया से परिचित कराया। कैनरा बैंक के सहयोग से आयोजित इस नाटक का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों को डिजिटल बैंकिंग के फायदों और इससे जुड़ी सुरक्षा सावधानियों के बारे में सरल और मनोरंजक तरीके से जानकारी देना था। नाटक की शुरुआत एक ऐसे आम आदमी के चित्रण से हुई, जो आज भी पारंपरिक बैंकिंग के तरीकों पर निर्भर है और बैंक की लंबी लाइनों और जटिल प्रक्रियाओं से परेशान है। तभी एक उत्साही और डिजिटल रूप से साक्षर युवा उससे मिलता है और उसे डिजिटल बैंकिंग की आसान और सुविधाजनक दुनिया के बारे में बताता है। कलाकारों ने जीवंत अभिनय और हास्य के मिश्रण से दर्शकों को बांधे रखा। क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के इस्तेमाल से होने वाली सहूलियतें, बैंक के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित ‘एआई वन’ ऐप के स्मार्ट फीचर्स और इसके उपयोग से बैंकिंग को कितना आसान बनाया जा सकता है, इन सभी पहलुओं को मनोरंजक ढंग से प्रस्तुत किया गया। नाटक में डिजिटल धोखाधड़ी के बढ़ते खतरों पर भी प्रकाश डाला गया। कलाकारों ने कुछ आम गलतियों और जालसाजी के तरीकों को दर्शाया, जिनसे अनजान लोग आसानी से शिकार हो सकते हैं। साथ ही, उन्होंने दर्शकों को इन खतरों से बचने के लिए आवश्यक सावधानियों, जैसे कि अपनी व्यक्तिगत बैंकिंग जानकारी (पिन, ओटीपी, पासवर्ड) किसी के साथ साझा न करना और संदिग्ध लिंक्स पर क्लिक न करने के बारे में महत्वपूर्ण संदेश दिया।
सुप्रिया शर्मा के निर्देशन में कलाकारों का ऊर्जावान प्रदर्शन और विषय की समसामयिकता ने आम राहगीरों और दुकानदारों का ध्यान आकर्षित किया। नाटक के बीच-बीच में कलाकारों ने छोटे-छोटे मनोरंजक गाने भी गाए, जिनमें डिजिटल बैंकिंग के फायदों और सुरक्षा उपायों को सरल शब्दों में पिरोया गया था। इन गानों ने न केवल मनोरंजन किया बल्कि जानकारी को दर्शकों के मन में आसानी से बैठाने में भी मदद की। नाटक के अंत में, कलाकारों ने एक स्पष्ट और सशक्त संदेश दिया कि डिजिटल बैंकिंग आज के समय की आवश्यकता है, जो समय और ऊर्जा की बचत करती है और बैंकिंग को अधिक सुलभ बनाती है। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने डिजिटल सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने और किसी भी तरह की लापरवाही से बचने का भी आग्रह किया। शक्ति पुंज सोसाइटी की इस पहल और कैनरा बैंक के इस जागरूकता अभियान की खैरथल के लोगों ने सराहना की। इस नुक्कड़ नाटक के माध्यम से न केवल लोगों को डिजिटल बैंकिंग की जानकारी मिली, बल्कि उन्हें इसके सुरक्षित उपयोग के प्रति भी जागरुक किया गया, जो आज के डिजिटल युग में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
डिजिटल बैंकिंग से सरल बनाए जिंदगी:क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड की तरह AI वन एप के स्मार्ट फीचर भी बड़े काम के
