डीएलबी के डिप्टी डायरेक्टर विनोद पुरोहित चिड़ावा पहुंचे। यहां उन्होंने फायर सेफ्टी एनओसी जारी करने के एवज में 35 लाख रुपए मांगने के आरोपों की जांच की। उन्होंने सबसे पहले एसडीएम कार्यालय का दौरा किया। एसडीएम से मामले को लेकर चर्चा की। इसके बाद डीएसएम अस्पताल की डॉ. शिवा चाहर से विस्तृत जानकारी ली। पुरोहित ने देर शाम को नगरपालिका परिसर में भी जांच की। उन्होंने ईओ से पूछताछ की और संबंधित रिकॉर्ड की जांच की। करीब तीन घंटे तक चली इस जांच में उन्होंने दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए। डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि मामले की जांच जारी है। बता दें कि निजी अस्पताल के संचालक डॉ.शिवा चाहर ने नगरपालिका के ईओ पर फायर सेफ्टी एनओसी जारी करने के लिए 35 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। डिप्टी डायरेक्टर ने कहा-इस पूरे मामले में निष्पक्ष फैसला लिया जाएगा। जो भी दोषी मिलेगा, उसके खिलाफ ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। विभागीय स्तर पर खामी मिली तो अधिकारी को भी नहीं बख्शा जाएगा।