विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रवींद्र मंच, जयपुर के रिहर्सल हॉल में नाटकवाला अभिनयशाला की ओर से तैयार की गई बाल नाट्य प्रस्तुति डेंजरस आकू और स्मार्ट मापी का सफल मंचन हुआ। यह प्रस्तुति बाल रंगमंच प्रशिक्षक-निर्देशक ओम प्रकाश सैनी के निर्देशन में आयोजित 30 दिवसीय समर कैंप के अंतर्गत कार्यशाला के केवल 5 दिन की रचनात्मक प्रक्रिया का परिणाम थी। नाटक में जंगल के दो पात्रों – एक खतरनाक शेर आकू और एक चतुर चूहे मापी – के माध्यम से पर्यावरण संतुलन और हर प्राणी की अहम भूमिका का संदेश दिया गया। मंचन के दौरान रोशन सैनी ने आकू शेर की भूमिका निभाई, जबकि मापी चूहे का किरदार मौलिक सैनी ने जीवंत किया। दोनों बाल कलाकारों की संवाद अदायगी, भाव-प्रस्तुति और मंचीय उपस्थिति ने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। प्रस्तुति के दौरान दर्शकों, विशेषकर बच्चों ने उत्साहपूर्वक प्रस्तुति को सराहा। नाटक यह सिखाता है कि हर जीव, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो, प्रकृति में उसकी विशिष्ट भूमिका होती है और सह-अस्तित्व के जरिए ही संतुलन संभव है। इस अवसर पर वरिष्ठ रंगनिर्देशक अभिषेक झांकल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने प्रस्तुति की सराहना करते हुए बच्चों को अभिनय, आवाज और रंगमंचीय अनुशासन के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। रंगकर्मी विकास सैनी भी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे और उन्होंने बच्चों के आत्मविश्वास की मुक्त कंठ से सराहना की। कार्यक्रम के आयोजक और निर्देशक ओम प्रकाश सैनी ने बताया कि यह कार्यशाला बच्चों में आत्मविश्वास, रचनात्मकता और सामाजिक चेतना विकसित करने का माध्यम है। उन्होंने बताया कि ‘घर-घर रंगमंच, हर दर रंगमंच’ अभियान के तहत बच्चों को अधिकाधिक मंचीय अवसर देने की योजना है। कार्यशाला की आगामी प्रस्तुतियां जून माह में शहर के विभिन्न सार्वजनिक मंचों पर आयोजित की जाएंगी।