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डॉक्टरों की हड़ताल के तीसरे दिन ऑपरेशन बंद रहे, 30 फीसदी जांचें भी कम हुई, मरीज परेशान

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अस्पताल में मरीजों की जांचें भी कम हो गई हैं। सैंट्रल लैब में 30 प्रतिशत जांचें कम हो रही है तो सीटी स्केन 40 से 45 की बजाय अब तीन दिन से 25 से 30 मरीजों की लिखी जा रही है। जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. बीएल मसूरिया का कहना है कि अस्पताल में हड़ताल से सेवाएं प्रभावित नहीं हो रही है। हड्डी रोग व सर्जरी विभाग के ऑपरेशन बंद है लेकिन गायनिक विभाग में प्रसूताओं के ऑपरेशन लगातार जारी है। एक एनेस्थेसिया डॉक्टर को बालोतरा से बुलाया गया है। मरीजों को किसी प्रकार की परेशानियों नहीं हो रही है। भास्कर संवाददाता | बाड़मेर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की लगातार तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रही। जिला अस्पताल में मरीज डॉक्टरों का इंतजार करते नजर आए। अस्पताल के हड्डी रोग व सर्जरी वार्ड में ऑपरेशन नहीं होने से मरीजों को वापिस घर लौटना पड़ा। हड्डी रोग विभाग के 20 बेड के वार्ड में बुधवार महज 7 मरीज भर्ती रहे, जिन्हें भी ऑपरेशन की तारीख दी गई थी, लेकिन डॉक्टरों की हड़ताल से ऑपरेशन नहीं हुए। पुरानी बिल्डिंग स्थित मॉड्यूलर ओटी लगातार तीसरे दिन भी बंद रही। अस्पताल में एक ही एनेस्थेसिया होने के कारण गायनिक विभाग में प्रसूताओं के सिजेरियन के अलावा तीन दिन से कोई ऑपरेशन नहीं हुए। अस्पताल के ऑर्थोपेडिक वार्ड में महज 7 मरीज ही भर्ती हैं। सभी मरीजों की डॉक्टरों की ओर से ऑपरेशन से पहले की सभी प्रकार की जांचे करवाई है लेकिन अब डॉक्टर नहीं आ रहे हैं। बेड नं. 2 पर भर्ती इब्रे का तला निवासी अमराराम का कहना है कि कोहनी टूटने पर 21 जुलाई को भर्ती हुआ था। डॉक्टरों ने पहले शुगर कंट्रोल की दवा दी और अब कंट्रोल हुई तो डॉक्टर खुद हड़ताल पर हैं। ऐसे में तीन दिन से ऑपरेशन का इंतजार कर रहा हूं। जूनी आटी निवासी दशरथ सिंह बेड नंबर 5 पर 5 दिन से भर्ती है। कोहनी में फ्रैक्चर हो गया है। ऑपरेशन की डेट दी उसी दिन हड़ताल शुरू हो गई, अब ऑपरेशन नहीं हो रहा है। लंगेरा निवासी गौतमसिंह नारायणसिंह के कंधे में फ्रैक्चर हो गया है पहले 9 जुलाई को भर्ती कर 17 जुलाई को वापिस ऑपरेशन के लिए बुलाया गया। बेड नं. 12 पर अरनियाली निवासी बाबूलाल का कहना है कि पैर की हड्डी टूटने से 16 जुलाई को अस्पताल इमरजेंसी में भर्ती हुआ, लेकिन अब तक ऑपरेशन नहीं हो रहा है। सरली निवासी सिमरथाराम के फीमर में फ्रैक्चर होने पर मंगलवार को भर्ती हुआ। मेल सर्जिकल वार्ड में भी स्थिति ऐसी ही बनी हुई हैं। बेड नं. 16 पर भर्ती भूणिया शक्ते की बेरी निवासी रेखाराम 4 दिन से पैर में मवाद भरने से भर्ती हैं। भर्ती होने से के बाद सभी प्रकार की जांचें करवाई गई लेकिन तीन दिन से ऑपरेशन का इंतजार कर रहा हैं। मरीज मोतीसिंह, कमलेश के अपेंडिक्स का ऑपरेशन की तारीख दी गई थी लेकिन ऑपरेशन नहीं हुआ। 30 बेड के ​फिमेल सर्जिकल वार्ड में मात्र 7 मरीज ही भर्ती है, शेष मरीज घर चले गए। 14 मरीज ऐसे में भी जो पहले भर्ती रहे, उन्हें बाद में आने की तारीख दी गई हैं।

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