उदयपुर के रविंद्रनाथ टैगोर (RNT) मेडिकल कॉलेज के दिलशाद भवन पीजी हॉस्टल में 9 दिन पहले (बुधवार, 18 जून) रेजिडेंट की मौत के बाद भी हालात नहीं सुधरे हैं। गुरुवार रात यहां एक रेजिडेंट डॉक्टर को फिर उसी वाटर कूलर से करंट का झटका लगा। इसके बाद हंगामा हो गया। निलंबित चीफ वार्डन ने बोर्ड उखाड़ा तो डॉक्टर भड़क गए। शुक्रवार सुबह 4.30 बजे चौथे फ्लोर के नल-गीजर में करंट आ रहा था। डॉक्टर्स ने दोनों घटनाओं के वीडियो बनाए। महासचिव बोले- पानी पीने गए रेजिडेंट को झटका लगा रेजीडेंट्स यूनियन के महासचिव डॉ हितेष शर्मा ने बताया- रात 10 बजे हॉस्टल के छठे फ्लोर पर रेजिडेंट डॉक्टर जितेंद्र शर्मा पानी पीने वाटर कूलर पर गए थे। जैसे ही नल को हाथ लगाया उन्हें झटका लगा। उन्होंने साथी रेजिडेंट्स को बताया। इसके बाद डॉक्टर जुट गए। वाटर कूलर को डोरी लगाकर सील किया। एक नोटिस चिपकाया। इसके बाद टेस्टर से चेक करके वीडियो बनाया। बंद स्विच के बाद भी करंट आ रहा था। इसके बाद प्रिंसिपल को मौके पर बुलाया। रात 11 बजे प्रिंसिपल डॉ. विपिन माथुर और MB हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन पहुंचे। इनके साथ आए निलंबित चीफ वार्डन डॉ नरेन्द्र बंसल ने बोर्ड उखाड़ दिया। इससे मामला गरमा गया। प्रिंसिपल ने कहा कि पीडब्लूडी कर्मचारियों से चेक कराया था, तब करंट नहीं आ रहा था। रात 12 बजे तक हॉस्टल में हंगामा चला। पुलिस ने स्थिति संभाली और मामला शांत कराया। शुक्रवार सुबह गीजर-नल में करंट रेजिडेंट यूनियन के पूर्व सचिव डॉ जतिन प्रजापति ने बताया- मैं शुक्रवार सुबह 4.30 बजे डॉक्टर चौथे फ्लोर पर पानी पीने गया था। यहां पानी पीने से पहले मैंने गार्ड को बुलाकर वाटर कूलर को चेक करने को कहा। इसी कूलर से डॉक्टर रवि शर्मा को करंट आया था। गार्ड ने आकर चेक किया तो वाटर कूलर में करंट आ रहा था। इतना ही नहीं बल्कि चौथे फ्लोर के गीजर और नल में भी करंट आ रहा था। मौत के कुएं में रह रहे रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. जतिन ने कहा- कॉलेज प्रशासन ने कहा था कि वाटर कूलर को ठीक करा दिया गया था। फिर ये करंट अभी भी कैसे आ रहा है? कौन है इसका जिम्मेदार? रेजिडेंट डॉक्टर मौत के कुएं में रह रहे हैं। पल-पल जान जाने का खतरा बना हुआ है। अब ऐसे में ये प्रशासन की लापरवाही नहीं है तो क्या है? जो लोग कॉलेज प्रशासन को जिम्मेदार नहीं मानते, वो जवाब दें कि क्या वो हमारी जिंदगी और मौत की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार है? हॉस्टल में 600 रेडिजेंट डॉक्टर रह रहे हैं जो बाहर से लाकर पानी पी रहे हैं। बता दें कि 18 जून बुधवार की रात वाटर कूलर से पानी भरते हुए उदयपुर के वाटर कूलर से पानी भरते हुए RNT मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर रवि शर्मा की मौत हो गई थी। 9 दिन से बंद, विरोध..फिर भी करंट… —– यह खबर भी पढ़ें उदयपुर में डॉक्टर की मौत पर FIR,मकराना में अंतिम विदाई:चाचा बोले- परिवार का पहला डॉक्टर था रवि, पीजी में गोल्ड मेडलिस्ट था उदयपुर में मेडिकल ऑफिसर डॉ. रवि शर्मा की करंट लगने से मौत के मामले में परिवार ने कॉलेज, हॉस्पिटल और हॉस्टल के लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। डॉ. रवि शर्मा की मौत के मामले में उनके चाचा देवीकिशन शर्मा ने हाथीपोल थाने में शिकायत दी। पुलिस ने बीएनएस की धारा 106(1) के तहत लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। (पढ़ें पूरी खबर)