भारतीय अंतरराष्ट्रीय केंद्र, नई दिल्ली में आयोजित वैश्विक लाइब्रेरी समिट के दौरान प्रसिद्ध शिक्षाविदों और विचारकों की उपस्थिति में डॉ. लता सुरेश की प्रेरणादायक पुस्तक ‘ट्यून योर ब्रेन’ का विमोचन किया गया। इस अवसर पर 300 से अधिक वैश्विक प्रतिनिधि मौजूद रहे। पुस्तक का अनावरण भारत के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों और संस्थागत नेताओं ने किया, जिनमें प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे (अध्यक्ष, NBA, राष्ट्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी मंच (NETF के अध्यक्ष), प्रो. के.के. अग्रवाल (अध्यक्ष, दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय), प्रो. देविका मडाल्ली (निदेशक, INFLIBNET), प्रो. ए.पी. सिंह (महानिदेशक, राष्ट्रीय पुस्तकालय, भारत सरकार), प्रो. पी.वी. कोंनूर (अध्यक्ष, LIS अकादमी), डॉ. आकाश पाटिल (निदेशक, डॉ. भीमराव अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र) और डॉ. धनंजय त्रिपाठी (प्रोफेसर, दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय) शामिल थे। पिनेकल पब्लिशर्स, नई दिल्ली की ओर से प्रकाशित यह पुस्तक आत्म-विकास और मानसिक कौशल को बेहतर बनाने के लिए न्यूरो-लिंग्विस्टिक प्रोग्रामिंग (NLP), स्व-सम्मोहन (Self-Hypnosis) और सकारात्मक मनोविज्ञान के सिद्धांतों को प्रस्तुत करती है। 12 अध्यायों और 326 पृष्ठों वाली यह पुस्तक नकारात्मक विचारों को सकारात्मक दृष्टिकोण में बदलने की तकनीक, भावनात्मक स्वास्थ्य, व्यक्तिगत सफलता और मानसिक दक्षता बढ़ाने के व्यावहारिक अभ्यास, वास्तविक जीवन के उदाहरणों और वैज्ञानिक शोधों पर आधारित प्रेरणादायक सामग्री से भरपूर है। लता सुरेश ने बताया कि ‘ट्यून योर ब्रेन’ एक ऐसी मार्गदर्शिका है, जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक सफलता प्राप्त करने में सहायक हो सकती है। यह पुस्तक अपने विचारों, भावनाओं और व्यवहारों को नियंत्रित कर, आत्म-शक्ति को विकसित करने का एक प्रभावी माध्यम बन सकती है। इस भव्य आयोजन के दौरान उपस्थित अतिथियों ने पुस्तक के विषयवस्तु की सराहना करते हुए इसे आत्म-विकास और मानसिक संतुलन को बेहतर बनाने का एक महत्वपूर्ण स्रोत बताया।