कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के बयानों पर पलटवार करते हुए सरकार पर तल्ख कमेंट किए हैं। डोटासरा ने आरोप लगाया है कि सरकार में दिल्ली की पर्ची और खर्ची के बिना कोई काम नहीं होता, सरकार प्रदेश को गर्त में धकेल रही है। डोटासरा ने एक्स पर लिखा- भाजपा की पर्ची सरकार में जनहित के निर्णयों पर सक्षम स्तर का दफ्तर केवल निरुत्तर बनकर रह गया है। सरकार की अकर्मण्यता से निर्णय और नीति की शून्यता प्रदेश को गर्त में धकेल रही है। भाजपाई शासन में जनकल्याण की जगह सिर्फ समीक्षा, भाषण और औचक निरीक्षण रह गए हैं। डबल इंजन की सरकार को अहंकार में संविधान की परवाह नहीं डोटासरा ने लिखा- अपराध की रिकॉर्ड घटनाएं लेकिन कानून का इकबाल नहीं है। धरातल पर एक भी बजट घोषणा का क्रियान्वयन नहीं है। पंचायत राज और नगर निकाय के समय पर चुनाव नहीं है। डबल इंजन की सरकार को अहंकार में संविधान की परवाह नहीं है। मंत्रियों और जनता के बीच संवाद नहीं है। मुख्यमंत्री के दरबार में आम आदमी की सुनवाई नहीं है। भ्रष्टाचार और बजरी की लूट पर लगाम नहीं है। दिल्ली की पर्ची और खर्ची के बिना जनता का कोई काम नहीं है। राजस्थान की जनता पूछ रही है कि क्या यही भाजपा का सुशासन है? पहली बारिश में ही शहरों के बिजली तंत्र फेल हो गए डोटासरा ने लिखा- पीने के पानी के लिए प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बड़ी-बड़ी घोषणाओं के बाद भी सड़कों पर जलभराव है। पहली बारिश में ही शहरों के बिजली तंत्र फेल हो गए हैं। बिजली के बदहाल सिस्टम में कोई फोन उठाने वाला नहीं है। डेढ़ साल बाद भी एसआई भर्ती पर अनिर्णय की स्थिति डोटासरा ने लिखा- डेढ़ साल बाद भी एसआई भर्ती पर अनिर्णय की स्थिति बनी हैं। प्रमोशन के छह माह बाद भी IAS, IPS को पोस्टिंग नहीं है। प्रमोशन के बाद भी तहसीलदार पुराने पद पर कार्यरत हैं। PWD में प्रमोशन के 2 माह बाद भी पोस्टिंग नहीं है। काम करने के बाद भी ठेकेदारों का भुगतान नहीं है। अधिकांश विभागों में प्रमुख पद पर अधिकारी नहीं है। नए सत्र से पहले स्कूलों में किताबें नहीं, बेरोजगारों को भत्ता नहीं
डोटासरा ने लिखा- नया सत्र शुरू होने को है लेकिन किताबों की उपलब्धता नहीं है, डिमांड की तुलना में सिर्फ 25% किताबें उपलब्ध हैं। 18 हजार स्कूलों में 44 हजार व्याख्यताओं के पद नहीं हैं। 13 हजार स्कूलों में अनिवार्य हिंदी और अंग्रेजी के पद सृजित नहीं हैं। युवाओं को रोजगार नहीं है, 2 लाख बेरोजगारों को भत्ता नहीं है। नकली खाद-बीज से किसानों की बर्बादी पर जवाबदेही नहीं डोटासरा ने लिखा- 8 लाख बुजुर्ग और महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन नहीं है। RGHS में इलाज नहीं है, 4 माह से अस्पतालों का भुगतान नहीं है। 21 लाख पशुओं का बीमा, लेकिन किसी को सहायता राशि नहीं है। नकली खाद-बीज से किसानों की बर्बादी पर जवाबदेही नहीं है। किसान को सिंचाई का पानी नहीं है, MSP पर खरीदारी नहीं है। ……………….. ये खबर भी पढ़िए… मदन राठौड़ बोले-डोटासरा ने परिवार के सदस्यों का सिलेक्शन करवाया:RPSC में हस्तक्षेप करते थे, आज उनकी कटघरे में जाने की स्थिति बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने बुधवार को पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा- डोटासरा राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) में हस्तक्षेप करते थे। उन्होंने RPSC में हस्तक्षेप करके अपने परिवार के लोगों का चयन करवा दिया। पूरी खबर पढ़िए
