कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी और केंद्र, राज्य सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वाले पीएम मोदी जब कामयाब नहीं हुए तो गांधी परिवार पर झूठे केस करके असली मुद्दों से ध्यान हटा रहे हैं। डोटासरा ने कांग्रेस के कुछ नेताओं पर बीजेपी से मिलीभगत का संकेत देते हुए तंज कसा। डोटासरा ने कहा- अब कांग्रेस नेताओं को मुकाबले में जुटना होगा, यह शुरुआत है, शुरुआत में पीछे रह गया उसको कांग्रेस से पार्षद के टिकट की उम्मीद करने की जरूरत नहीं है। राहुल गांधी और खड़गे साहब ने कह दिया है कि जो कांग्रेस पार्टी की विचारधारा और जनता के लिए लड़ाई लड़ेगा वही हमारे भविष्य का लीडर होगा। ये जो फेस टाइम पर रात को दो-दो बजे बीजेपी के नेताओं से बात करते हैं, ऐसे नेताओं की कांग्रेस को आवश्यकता नहीं है।
डोटासरा ने कहा- राजस्थान में हमारे जो 10-20 नेता जो अपने को टॉप समझते हैं और जो मैं बनूं मैं बनू करते हैं वे अगर इस इस भजनलाल सरकार और मोदी सरकार के खिलाफ बोलना चालू कर देंगे तो इनके पांव उखड़ जाएंगे।
कांग्रेस राज में ज्यादा मुकदमे वाले बीजेपी नेताओं को जेल भेजना चाहिए था डोटासरा ने कहा- हमने ईमानदारी और गांधीवादी तरीके से सरकार चलाई लेकिन कुछ बीजेपी नेता जिनके खिलाफ मुकदमे थे, उनको हमने अंदर नहीं किया। शिक्षा मंत्री बनकर अनर्गल बयान देने वाले पर 14 मुकदमे हैं, ऐसे नेता को अंदर कर देते तो यह जेल में होता,यह कहां चुनाव लड़ता और कहां शिक्षा मंत्री बनता। इसकी क्वालिटी यही है, सबसे ज्यादा बकवास करता है, बदतमीजी से बात करता है। 5-10 आईएएस तो सीएमओ में बैठकर बीजेपी नेताओं की दलाली करते हैं डोटासरा ने कहा— इन लोगों ने तमाशा लगा रखा है। नाले में कब्जे तुम लोगों ने कर लिए और हमें धमकाते हो। चोरी तुम करते हो भ्रष्टाचार करते हो हमें धमका रहे हो। पांच-दस आईएएस अफसर तो सुबह शाम सीएमओ में बैठकर दलाली करने का काम करते हैं। बीजेपी के नेताओं की दलाली करते हैंं, तमाशा लगा रखा है इन्होंने, ये क्या कर लेंगे।
राठौड़, चतुर्वेदी, तिवाड़ी ने राजनीतिक दुर्भावना से परिसीमन करने सीएम को अफसरों के सामने धमकाया डोटासरा ने कहा- मैंने तय किया था जब तक कोई प्रमाणिक बात नहीं होगी तब तक खिलाफ नहीं बोलूंगा। मैं आज प्रमाणिकता के साथ कह सकता हूं कि राजेंद्र राठौड़, अरुण चतुर्वेदी और घनश्याम तिवाड़ी राजनीतिक दुर्भावना से परिसीमन कर रहे हैं, मुख्यमंत्री भजन कर रहे हैं, मुंह नहीं खोल पा रहे हैं। इन तीनों नेताओं ने मुख्यमंत्री को अफसरों के सामने ही सीएमओ में धमकाकर कहा कि आप जननेता नहीं हो,चुपचाप बैठे रहो, जैसा बीजेपी का कार्यकर्ता कहेगा वैसा परिसीमन करेंगे। डोटासरा ने ठेंगा दिखाते हुए कहा कि अब वोट जनता के पड़ेंगे आप ठेंगा ले लेना। मुख्यमंत्री की बजट समीक्षा बैठक से मुख्य सचिव नाराज होकर नदारद, यह शर्मनाक
डोटासरा ने कहा- मुख्य सचिव पहले सुशासन की बड़ी बड़ी बातें करते थे। मंत्रियों के पीए तक वे तय करते थे, आरएसएस की विचारधारा वाला जांचकर ही लगाते थे। कल तो हद हो गई, मुख्यमंत्री बजट घोषणाओं की समीक्षा बैठक कर रहे थे, मुख्य सचिव नाराज होकर उस बैठक में गए ही नहीं। मुख्य सचिव कोटपूतली में कलेक्टर के साथ बैठक कर रहे थे। इससे ज्यादा शर्म की बात और क्या होगी कि सीएम की बजट समीक्षा बैठक में ब्यूरोक्रेसी के मुखिया नहीं हो। उन्हें तो सीएम के बगल में बैठकर अफसरों को लताड़ना चाहिए था कि बजट चाहे जैसा भी हो लेकिन इसकी घोषणाओं को ​धरातल पर तो लागू कीजिए।
बीजेपी नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप, कुंडली इकट्ठा करने शुरू करें डोटासरा ने कहा- बीजेपी वालों में दम नहीं है,ये भागते हुए दिखाई देंगे, बीजेपी वाले सब भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इनकी मैंने कुंडली इकट्ठा कर ली है। कुछ कुंडली जूली साहब ने इकट्ठा कर रखी है। ये कमजोर बहुत हैं, जैसे चसेर के पांव नहीं होते, आहट होते ही भाग जाता है, उसी तरह ये भी हैं। ईडी बीजेपी वाली की मौसी लगती है क्या? इस मौसी को बीजेपी वाले भी बुलाएं डोटासरा ने कहा- यह ईडी बीजेपी के नेताओं को मौसी लगती है क्या? जब भी ईडी आती है तो बीजेपी के नेताओं की बयान देने की होड़ लग जाती है कि कार्रवाई सही है। इन्हें मोदी शाह और आरएसएस को राजी करना होता है। तो बयान देने वाले बीजेपी नेता इस ईडी मौसी को कभी अपने यहां भी बुलाएं।

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