विश्व नींद दिवस शुक्रवार को है। इसको लेकर धूलंडी होने से कोई आयोजन तो जिले में नहीं हो रहा है, लेकिन डॉक्टर्स ने लोगों को सलाह दी है कि अच्छी सेहत के लिए पर्याप्त नींद बेहद जरूरी है।
अच्छी नींद सेहत के लिए उतनी ही जरूरी है, जितना भोजन और पानी। पूरी नींद न लेने से कई बीमारियां हो सकती हैं। दैनिक कामकाज प्रभावित होते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, अच्छी नींद शरीर को तरोताजा रखती है। सेहतमंद बनाए रखती है। सीखने की क्षमता बढ़ाती है। याददाश्त तेज करती है। बीमारियों का खतरा कम करती है। जिले में भी 30-35 प्रतिशत लोग नींद नहीं आने से परेशान रहते हैं। डिप्रेशन, चिंता और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, ज्यादा समय तक मोबाइल देखने से नींद कम आती है। नींद सेहत और तंदुरुस्ती बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है। सोते समय शरीर दिमाग को स्वस्थ रखने और शारीरिक सेहत बनाए रखने का काम करता है।
बच्चों और किशोरों में नींद वृद्धि और विकास में मदद करती है। अच्छी नींद चोट और बीमारियों को ठीक करने में सहायक होती है। ध्यान केंद्रित करने और फैसले लेने की क्षमता बढ़ाती है। शरीर को ऊर्जावान और आरामदायक बनाती है। कितने घंटे नींद लेना आवश्यक
जिला अस्पताल सवाई माधोपुर में कार्यरत डॉ. अतुल जैन के अनुसार अलग-अलग उम्र के लोगों के लिए नींद का समय तय है। 1 से 2 साल के बच्चों को 11 से 14 घंटे, 3 से 5 साल के बच्चों को 10 से 13 घंटे, 6 से 12 साल के बच्चों को 9 से 12 घंटे, 13 से 17 साल के किशोरों को 8 से 10 घंटे, 18 से 60 साल के लोगों को 7 घंटे या ज्यादा और 61 साल से अधिक उम्र के लोगों को 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए। नींद पूरी नहीं होने पर यह समस्याएं आती है
नींद पूरी नहीं होने से अनिद्रापन, सिरदर्द, चिड़चिड़ापन और ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होती है। शरीर में भूख नियंत्रित करने वाले हार्मोन लेप्टिन का स्तर गिर जाता है। इससे भूख ज्यादा लगती है और मोटापा बढ़ता है। इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया करने की क्षमता कम हो जाती है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं। मेटाबॉलिक सिंड्रोम का खतरा रहता है। यह बीमारी दिल की समस्याएं, डायबिटीज और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। बेहतर नींद के लिए यह उपाय करे
बेहतर नींद के लिए रोजाना तय समय पर सोना और जागना जरूरी है। बेडरूम को शांत, आरामदायक और ठंडा रखें। सोने से एक घंटा पहले मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बंद कर दें। सोने से पहले ज्यादा भोजन न करें और शराब से बचें। रोजाना एक्सरसाइज करें और हेल्दी डाइट लें। नींद की समस्या का उपचार यूनानी पैथी से भी संभव है। नींद नहीं आने के कारण
नींद न आने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें तनाव, चिंता, अनियमित जीवनशैली, कैफीन या शराब का ज्यादा सेवन, समय पर नहीं सोना, कैफीन और शराब का अधिक सेवन और कुछ चिकित्सीय स्थितियां शामिल हैं। यह बीमारियां होने की संभावना
मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग या नींद संबंधी विकार (जैसे स्लीप एपनिया) भी नींद की समस्या का कारण बन सकते हैं।
‘तनाव से दूरी बनाने पर ही आएंगी अच्छी नींद’:विश्व नींद दिवस पर डॉक्टर्स बोलें- अनिद्रा से बचने के लिए खुश रहना जरूरी
