जवाहर कला केंद्र में ग्रीष्मकालीन अवकाश के अवसर पर आयोजित जूनियर समर कैंप जारी है। यहां न सिर्फ बच्चों का हुनर निखारने के लिए उन्हें कलात्मक विधाओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, बल्कि उन्हें भारतीय कला एवं संस्कृति से भी जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। सभी बच्चों ने अपनी रुचि के आधार पर विधाओं का चयन किया है जहां वह संगीत, नृत्य, नाट्य कला, दृश्य कला, साहित्य आदि विधाओं में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इसी कड़ी में गायन और तबला की कक्षाएं भी जारी हैं। डॉ. सुनील राही बच्चों को गायन का प्रशिक्षण दे रहे हैं। यहां 8 से 17 वर्ष के 12 बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं जिन्हें संगीत के विभिन्न आयामों, स्वर साधना और भाव प्रस्तुति के बारे में सिखाया जा रहा है। डॉ. राही ने बताया कि बच्चों को राग भीमपलासी की बंदिश छोटा खयाल, गज़ल, देशभक्ति गीत, फिल्मी गीत और मांड पर आधारित गीतों का अभ्यास कराया जा रहा है। वहीं तबला वादन की क्लास में सुनील सिंह तंवर बच्चों को ताल, लय और संगत का अभ्यास करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों को तीन ताल में पेशकार का अभ्यास कराया जा रहा है। इसके साथ उन्हें दिल्ली घराने के कायदे, गत एवं परण आदि के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा बच्चों को तबला वादन से जुड़े संस्कारों और गुरु का सम्मान करना सिखाया जाता है।

Leave a Reply

You missed