देर रात ताजिए के जुलूस को निकालने को लेकर दो पक्षों में गहमागहमी हो गई । लेकिन दोनों पक्षो ने समझदारी दिखाते हुए पुलिस प्रशासन की बातों को मानकर माहौल को शांत कर दिया , हालांकि इस बीच ताजिए करीब ढाई से 3 घंटे तक अपने मुकाम पर खड़े रहे और कस्बे के मंदिर प्रांगण में सुंदरकांड पाठ और शयन आरती हुई इसके करीब 12:15 बजे बाद ताजिए रवाना हुए । मामला मांडल थाना क्षेत्र का है । बीती देर रात यहां ताजियों का जुलूस के निर्धारित समय पर नहीं निकलने से माहौल गरमाया और विवाद की स्तिथि बनी ।इसी बीच दोनों पक्षों ने समझदारी दिखाई ताजियों का जुलूस मंदिर से पहले मुकाम पर रोका गया । मंदिर में आरती सुंदरकांड पाठ और शयन आरती पूरा होने के बाद ताजियों का जुलूस अपने मुकाम से रवाना हुआ । जिला प्रशासन ने सूझबूझ दिखाते हुए ताजियों को मंदिर के मार्ग में आने वाले अंतिम मुकाम पर रोक दिया । इस दौरान यहां एक पक्ष ने अखाड़ा प्रदर्शन किया और इमाम हुसैन की याद में नारेबाजी की वहीं दूसरी और दूसरे पक्ष ने मंदिर के बाहर निर्धारित समय पर सुंदरकांड का पाठ किया और पाठ पूरा हो जाने के पश्चात रास्ते को खाली कर दिया जिस पर ताजिया का जुलूस निकाला जा सका । दोनों पक्षों द्वारा किए सार्थक प्रयास का और प्रशासन की माकूल व्यवस्थाओं के चलते माहौल शांतिपूर्ण एवं अंतिम समय तक धर्ममय बना रहा । इस दौरान कई वार्ताओं के दौर भी चले तो समझाईश भी दोनों पक्षों को की गई । इस दौरान मांडल कस्बा छावनी बना रहा , भारी पुलिस बल तैनात किया गया । लाइसेंस की शर्तों का पालन नहीं हुआ एक पक्ष का कहना था कि दूसरे पक्ष द्वारा लाइसेंस की शर्तों की पालना नहीं की गई । शाम 6:30 बजे का समय चारभुजा नाथ मंदिर से ताजिए के जुलूस निकालने के लिए निर्धारित किया गया था । कल एकादशी होने के चलते चारभुजा नाथ मंदिर पर काफी भीड़ रहती है साथ ही कई धार्मिक अनुष्ठानों के साथ सुंदरकांड का पाठ आयोजित किया जाता है । अगर तय समय पर ताजिए मंदिर के बाहर से निकल जाते तो उन्हें रुकना नहीं पड़ता । इसी बात को दूसरे पक्ष ने भी मानी और बताया कि हम लोग तय समय से लेट हुए हैं । मंदिर में आरती और सुंदरकांड का समय है आरती और सुंदरकांड संपन्न होने के बाद ताजियों का जुलूस रवाना किया जाएगा । भीलवाडा शहर और संगानेर में भी रुके जुलूस मांडल में गहमागहमी होने और ताजियों का जुलूस रुकने के बाद भीलवाड़ा शहर में भी तेजाजी का चौक में करीब 2 घंटे तक ताजियों के जुलूस को रोक दिया गया ।सांगनेर कस्बे में भी जुलूस को रोका गया यहां करीब एक घंटे बाद जुलूस रवाना हुआ । दलदोनों स्थानों पर पुलिस प्रशासन द्वारा समझाईश के बाद ताजियों का जुलूस संपन्न करवाया गया ।