झुंझुनूं जिले के मलसीसर क्षेत्र में रविवार को तालाब में नहाने गए दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई। ग्रामीणों ने दो बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। घटना मलसीसर थाना क्षेत्र के बागापड़ता की ढाणी स्थित कब्रिस्तान के पास की है। ऐसे हुआ हादसा ग्रामीणों ने बताया कि रविवार शाम करीब साढ़े 6 बजे इलाके में तेज बारिश हुई थी। बारिश रुकने के बाद बागापड़ता की ढाणी और आसपास के 8-10 लड़के तालाब के पास जमा हो गए। चार बच्चे तालाब में नहाने उतरे। तालाब में करीब 8 से 10 फीट पानी भरा था, बच्चे गहराई का अंदाजा नहीं लगा पाए और चारों डूबने लगे। डूबने से सूफियान (14) पुत्र मोहम्मद अली और हमजा (14) पुत्र शौकत अली की मौत हो गई। दो बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। बच्चों के शोर मचाने पर पहुंचे ग्रामीण तालाब में नहाने उतरे चार बच्चों को डूबता देख वहां मौजूद अन्य बच्चों ने शोर मचाया। बच्चों के शोर मचाने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने दो बच्चों सुरक्षित बाहर निकाल लिया। लेकिन सूफियान और हमजा को नहीं बचा पाए। ग्रामीणों ने बताया कि बेसुध दोनों बच्चों को तालाब से निकालकर तुरंत मलसीसर के उप जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पिता विदेश में करते हैं मजदूरी हादसे में जान गंवाने वाला सूफियान बागापड़ता की ढाणी, मलसीसर का निवासी था और उसके पिता विदेश में मजदूरी करते हैं। वहीं, हमजा काजीवाड़ा मोहल्ला झुंझुनूं का रहने वाला था। हमजा छुट्टियां मनाने करीब 10 दिन पहले अपने ननिहाल मलसीसर आया था। परिवार पर दुखों का पहाड़ तब टूट पड़ा, जब यह सामने आया कि हमजा अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। उसके पिता शौकत अली कबाड़ी मार्केट में दुकान चलाते हैं। हमजा पढ़ाई में होनहार था। मौके पर उमड़ी भीड़ घटना की सूचना मिलते ही मलसीसर पुलिस थाना प्रभारी और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने शवों को तालाब से बाहर निकलवाकर मॉर्च्युरी में रखवाया। अस्पताल में परिजनों और ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई और मातम का माहौल हो गया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है और घटना की जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा उपायों की मांग घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। मलसीसर कस्बे और झुंझुनूं शहर, खासकर काजीवाड़ा और बागापड़ता की ढाणी में गहरा शोक पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि यह तालाब हर साल बरसात के बाद भर जाता है, लेकिन इसके आसपास कोई चेतावनी बोर्ड या बाड़बंदी नहीं की गई है। जिससे यह बच्चों के लिए जोखिम भरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से ऐसे अस्थायी तालाबों के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है, जिससे कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।