बारां जिले में शाहाबाद का 17,884 हैक्टेयर जंगल सिर्फ कागजों में संरक्षित है। हकीकत में यहां से रोजाना करोड़ों के तेंदू पत्ते की तस्करी हो रही है। डीएफओ का दावा है कि कंजर्वेशन एरिया से तेंदू का एक पत्ता भी नहीं टूट रहा है, लेकिन भास्कर जंगल के भीतर पहुंचा तो वहां तस्कर मौजूद थे। उनके पास तेंदूपत्ते से भरे हुए बोरे थे। पत्तों के बोरों को ले जाने के लिए कई बाइक भी जंगल में मिली। यह खेल चोरी-छिपे नहीं, बल्कि एक गिरोह के तहत चल रहा है। इसमें ग्रामीण, दलाल और विभाग तक शामिल हैं। चौंकाने वाली बात है कि यह एरिया कूनो नेशनल पार्क की सीमा से सटा है। वर्ष 2021 में इसे कंजर्वेशन रिजर्व घोषित किया गया। यहां के 40 गांवों में रोज तेंदू पत्ते की 10 लाख गड्डियां तोड़ी जा रही हैं। 100 गड्डियों (5000 पत्ते) का मूल्य 130 रुपए तय है। यहां एक व्यक्ति औसतन रोजाना 400 गड्डियां तोड़ लेता है। यानी 520 रुपए प्रतिदिन। अभी गांवों में पूरा परिवार इस तुड़ाई में लगा है। एक गांव से 100 लोग भी जुटे हों तो 40 गांवों से 4000 लोगों 1.5 करोड़ रुपए का तेंदूपत्ता तोड़ रहे हैं। 40 गांवों के करीब 4 हजार ग्रामीण इस काम में जुटे बाइकों से सुबह 5 बजे जंगल में घुसते हैं। 9 बजे तक तुड़वाई चलती है। तेंदूपत्ता गणेशपुरा, कस्बा थाना, खटका तक जाता है, जहां से यह ठेकेदारों तक पहुंचता है। विधायक ललित मीणा का कहना है कि कैटल गार्ड, रेंजर एवं डीएफओ सब मिले हैं। सहमति से रिजर्व एरिया में तस्करी हो रही है। सीसीएफ को शिकायत करना चाहा, पर फोन नहीं उठाती हैं। 5 ठेके थे, अब अवैध यूनिटें
शाहाबाद क्षेत्र में पहले 25 लाख से 1 करोड़ रुपए तक के ठेके होते थे। चूंकि यह क्षेत्र अब कंजर्वेशन रिजर्व है, इसलिए ठेके बंद हैं। वहीं राजपुर, मुंडियर, बीलखेड़ा डांग, देवरी, शाहाबाद में अब अवैध संग्रहण व बिक्री का कारोबार है। रेंजर से सेटिंग है, कितना चाहिए : दलाल प्रकाश भास्कर : पत्ता तोड़ दोगे क्या?
दलाल : हां तोड़ देंगे। आपको कितना चाहिए? भास्कर : रेट बताओ, एकदम साफ-साफ दाम बोलो।
दलाल : 180 रुपए सैकड़ा लेंगे। एक गड्डी में 60 पत्ते होंगे। इस बार पत्ता बहुत अच्छा आया है। भास्कर : टारगेट पूरा कर पाओगे?
दलाल : एक दिन में एक लाख पत्ता तोड़ देंगे। मैं 20 साल से ये काम कर रहा हूं। 500 लेबर है। सीधी बात- अनिल यादव, डीएफओ रेंज में कहीं नहीं टूट रहे तेंदूपत्ते सवाल – शाहाबाद कंजर्वेशन क्षेत्र में ठेके नहीं है, तस्करी हो रही है?
डीएफओ – शाहाबाद में यूनिट है, सूची डालूं क्या। मुझे पता है कि तेंदुपत्ता नहीं है और कहीं इसकी तस्करी भी नहीं है। आप खुद भी घूम सकते हो। तेंदुपत्ता के तो ठेके हैं। सवाल – रिजर्व एरिया में तस्करी हो रही है।
डीएफओ – इनकी आपस में लड़ाई है। हम इन्हें तोड़ने नहीं देंगे। हर दिन सुबह 6 बजे टीम जाती है। 5 रेंज में कहीं पत्ता नहीं टूट रहा है।
