सवाई माधोपुर में रणथंभौर में स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर में एक बार फिर से श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू कर दिया गया है। त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर प्रवेश पर 8 जून को रोक लगा दी थी। जिसके बाद इसे फिर से शुरू किया गया है। रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के ROPT (रेंज ऑफ प्रोजेक्ट टाइगर) रेंजर अश्वनी प्रताप सिंह ने बताया कि 8 जून को रणथंभौर दुर्ग में टाइगर मूवमेंट देखा गया था। वन विभाग की ओर से टाइगर मूवमेंट को देखते हुए एतिहात के तौर दुर्ग में प्रवेश पर रोक लगा दी थी। वहीं 9 जून अलसुबह जैन मंदिर के चौकीदार राधेश्याम माली को बाघिन टी-84 ऐरोहेड के मेल शावक ने मार डाला था। जिसे वन विभाग की ओर से ट्रेंकुलाइज कर करौली एनक्लोजर में शिफ्ट किया गया था। अब परिस्थितियों के कंट्रोल में आने पर वन विभाग की ओर से प्रवेश शुरू किया गया है। आपको बता दे कि रणथंभौर में पिछले 2 महीने में बाघ के हमले में 3 मौतें हुई थी। जिसके बाद यहां विरोध प्रदर्शन भी देखा गया था। लोग शावकों शिफ्ट करने की मांग कर रहे थे। जिसकी वजह से वन विभाग बाघिन टी-84 ऐरोहेड के एक फिमेल और एक मेल शावक को एनक्लोजर में शिफ्ट किया गया है। वहीं आगामी दिनों में एक और शावक को रणथंभौर से शिफ्ट किया जाएगा।