बीकानेर के नापासर थाने में अचानक गिरने से घायल हुए कांस्टेबल की पीबीएम अस्पताल में इलाज के दौरान मोत हो गई। कांस्टेबल की मौत के बाद से नापासर पुलिस थाने में सन्नाटा पसरा हुआ है। शनिवार तक थाने में काम करने वाले कांस्टेबल गंगाधर कड़वासरा के अचानक चले जाने से पुलिसकर्मियों के साथ ही कस्बे में भी शोक की लहर है। रविवार सुबह 5.30 बजे नापासर थाने में ड्यूटी के दौरान कांस्टेबल गंगाधर (उम्र 33) अचानक शौचालय के पास गिर पड़े। चेतना खो बैठे गंगाधर को तुरंत थानाधिकारी लक्ष्मण सुथार, एचएम गोकुलचंद मीणा और अन्य साथियों ने नापासर अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर बीकानेर ट्रोमा सेंटर और वहां से जयपुर रेफर किया गया। रविवार की रात एवं उगते सोमवार सुबह एक बजे जयपुर में इलाज के दौरान गंगाधर ने अंतिम सांस ली।
गंगाधर पुत्र पोकरराम जाट, मूलतः सीकर जिले की लक्ष्मणगढ़ तहसील के भावजी की ढाणी के निवासी थे। वे करीब तीन वर्षों से नापासर थाने में तैनात थे। वे अपने परिवार के साथ नापासर में ही रहते थे। हाल ही में उनके बच्चे छुट्टियों में गांव गए हुए थे। एचएम गोकुल चंद मीणा ने बताया की गंगाधर को गत 26 जनवरी पर बीकानेर जिला मुख्यालय पर उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित भी किया गया था।
थानाधिकारी लक्ष्मण सुथार ने बताया कि गंगाधर बेहद जिम्मेदार और संवेदनशील सिपाही थे। यह घटना सभी के लिए असहनीय और अविश्वसनीय है। गंगाधर की मृत्यु की सूचना मिलते ही नापासर थाने में गम का माहौल छा गया। साथी जवान चुप हैं, कुछ बोल नहीं पा रहे — क्योंकि जो कल तक उनके साथ चाय पीता था, अब उसके लिए सलामी देने का समय आ गया। गंगाधर के पार्थिव शरीर को जयपुर से उनके पैतृक गांव भावजी की ढाणी ले जाया जाएगा, जहां नापासर थानाधिकारी लक्ष्मण सुथार, एचएम गोकुलचंद मीणा और अन्य साथी जवान गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई देंगे। सेकंड ऑफिसर जगदीश कुमार जयपुर में पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी करवा रहे हैं। नापासर थाने के एसएचओ लक्ष्मण सुथार, एएसआई जगदीश कुमार, एचएम गोकुल चंद मीणा,हेड कांस्टेबल मूलाराम,हेड कांस्टेबल किशन सिंह,सहित थाने के जवान उनके निधन से दुखी हैं।