भीलवाड़ा में शास्त्री नगर के निकट बरसाती नाले को क्रॉस करने के दौरान बुधवार शाम को बहे नगर निगम कर्मचारी शिवचरण गौरण की बॉडी गुरुवार सुबह शास्त्री नगर के नाले में मिल गई। एसडीआरएफ की टीम ने सुबह सर्च ऑपरेशन के बाद की बॉडी को नाले से निकाला। उनकी बॉडी नाले में अटकी हुई थी, जिसे टीम ने रेस्क्यू किया, बॉडी को महात्मा गांधी हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शिफ्ट किया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद बॉडी परिजनों को सौंप दी जाएगी। आक्रोशित लोगों का फूटा गुस्सा, किया प्रदर्शन
इधर समाज के लोग पार्षद शिवप्रकाश घावरी के नेतृत्व में एमजी हॉस्पिटल मॉर्च्युरी के बाहर इकट्ठा हुए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। इनका आरोप है कि नाले की दीवार टूटी हुई थी, इसके चलते सफाई कर्मचारी शिवचरण उसमें गिर पड़े। कई बार नगर निगम को दीवार ठीक करने के लिए शिकायत भी की थी, लेकिन निगम ने ध्यान नहीं दिया, जिसके चलते सफाई कर्मचारी को अपनी जान गंवानी पड़ी।
आक्रोशित वाल्मीकि समाज ने परिवार को उचित मुआवजा, दोषी अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल वाल्मिकी समाज द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इनसे समझाइश के प्रयास में लगे हैं। यह था मामला
नगर निगम का सफाई कर्मी बुधवार शाम बारिश के बाद बहने वाले नाले को क्रॉस करने के दौरान बह गया। लोगों ने जब नाले में गिरते देखा तो बचाने का प्रयास किया, लेकिन पानी की तेज स्पीड से अधेड़ उम्र कर्मचारी बह गया।मौके पर अफरा-तफरी मच गई, बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। ढूंढने के लिए नगर निगम, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन देर रात तक कोई पता नहीं लग पाया। बेटों ने घर जाकर आराम करने को कहा था
मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है, यहां FCI बीज गोदाम अंबेडकर कॉलोनी में रहने वाले और नगर निगम में सफाईकर्मी शिवचरण (53) पिता रामलाल गौरण रात करीब 8 बजे कावाखेड़ा में ठेके के बाहर नशे की हालत में एक अन्य व्यक्ति के साथ थे। इनके बेटों नरेंद्र और सोनू ने जब इन्हें ठेके के बाहर नशे की हालत में देखा तो घर जाकर आराम करने की बोला। ठेके से घर के बीच में एक नाला बना है, जिसमें बारिश के बाद करीब चार से पांच फीट पानी भर गया और नाले में पानी पूरी स्पीड में बह रहा था। घर जाने के दौरान नाला क्रॉस करते समय ये इसमें फिसल कर गिर गया और बह गये। लोगों ने जब नाले में बहते देखा तो तुरंत बचाने के लिए दौड़े, लेकिन पानी की स्पीड तेज होने से गौरण काफी दूर तक बह गए और आंखों से ओझल हो गए। पुलिस और रेस्क्यू टीम ने तलाशा
सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस, रेस्क्यू टीम और नगर निगम के सफाई कर्मी मौके पर पहुंचे और तलाश शुरू की। इस दौरान उनके बहकर बडला चौराहे के नाले पर आने का पता लगने पर नाले के बाहर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। गौरण की शहर के कई नालों में तलाश की गई, लेकिन देर रात तक अंधेरा होने के चलते गौरण का कहीं पता नहीं लग पाया था। आज सुबह करीब 10 घंटे चले सर्च ऑपरेशन के बाद गौरण की बॉडी एसडीआरएफ की टीम ने आज सुबह सर्च ऑपरेशन के बाद की बॉडी को नाले से निकाला। उनकी बॉडी नाले में अटकी हुई थी, जिसे टीम ने रेस्क्यू किया बॉडी को महात्मा गांधी हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शिफ्ट किया गया है। पोस्टमार्टम के बाद बॉडी परिजनों को सौंप दी जाएगी।
