सोमवार सुबह गंगा नदी (यूपी) में डूबे दो भाइयों के शव कछला घाट से करीब 8 किलोमीटर दूर झाड़ियों में फंसे मिले। दोनों के शव बदायूं अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिए हैं। पोस्टमार्टम के बाद उनके शवों को भरतपुर लाया जाएगा। भरतपुर जिले में चिकसाना थाना इलाके के पीरनगर गांव से दोनों भाई अपने परिवार के साथ दादा की अस्थियां विसर्जन के लिए यूपी के सोरोंजी गए थे। वहां से जब वह बदायूं जिले गंगा नदी के कछला घाट पर नहाने लिए गए तो, परिवार के पांच भाई गंगा नदी में डूब गए। जिसमें से 3 को बचा लिया गया, लेकिन सुमित (17) पुत्र विजय सिंह और समीर (16) पुत्र रामवीर सिंह नदी में बह गए। 24 घंटे बाद आज सुबह दोनों के शव झाड़ियों में फंसे मिले। मोनू ने बताया कि मैं और मेरे चाचा-ताऊ के चार बेटे गंगा नदी में नहाने के लिए गए। नहाने वाली जगह एक गड्डा था, जिसमें हम पांचों भाई डूबने लगे। वहां पास से एक नाव जा रही थी, नाव चलाने वाले व्यक्ति ने जब हमें डूबते देखा तो वह नाव से कूदकर हमारे पास आया और उसने हम तीन भाइयों भोला, अमित और मुझे (मोनू) बचा लिया। वह हमें नदी किनारे छोड़कर वापस सुमित और समीर को बचाने के लिए गया, तो वहां पर वे दोनों नहीं मिले। मोनू ने बताया- जब हम लोग डूब रहे थे तो, हमारे नाक और मुंह में पानी चला गया। हम पानी में हाथ-पैर मारते रहे, हम जोरों से चिल्लाएं तो, नाव वाला व्यक्ति हमें बचाने के लिए आया। हम पांचों भाई बेहोश हो गए। जिसके बाद हमें कुछ याद नहीं है। परिवार के सदस्य नवीन कुमार ने बताया कि 13 मई को हमारे बाबा अमर सिंह (90) का निधन हो गया था। रविवार को करीब 35 सदस्य ट्रैक्टर-ट्रॉली से उनकी अस्थियां विसर्जन के लिए सोरों जी गए थे। शाम के समय हम वहां पहुंच गए। शाम को सोरों जी रुके और सोमवार सुबह अस्थि विसर्जन कर कछला घाट चले गए। वहां पर परिवार के सभी लोग नहा रहे थे। इस दौरान भोला (24), अमित (26), मोनू (18), सुमित (17), समीर (16) नहाने के लिए गहरे पानी में चले गए, वहां पांचों भाई डूबने लगे। जहां एक नाविक ने तीन भाइयों को बचा लिया, दो भाई नहीं मिले। नवीन ने बताया- घटना की सूचना वहां मौजूद पुलिस को दी गई। पुलिस ने सुमित और समीर को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। आज सुबह दोनों के शव कछला पुल से करीब 8 किलोमीटर आगे झाड़ियों में फंसे मिले। फिलहाल उनके शवों को बदायूं अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया गया है। पोस्टमार्टम करवाकर उनके शवों को भरतपुर लाया जाएगा।