टीवी एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी और उनके पति विवेक दहिया इटली से इंडिया वापस लौट आए हैं। कपल मंगलवार को मुंबई एयरपोर्ट पर स्पॉट हुए। इस मौके पर दिव्यांका ने कहा कि उन्होंने देश में लैंड करने के बाद ही चैन की सांस ली। दिव्यांका और विवेक इटली के फ्लोरेंस शहर वेकेशन मनाने गए थे, जहां उनका सामान और पासपोर्ट चोरी हो गए थे। एक्ट्रेस बोलीं- घर आकर ही सुकून मिलता है
मुंबई एयरपोर्ट पर दिव्यांका ने फोटोग्राफर्स को पोज दिए। इस दौरान उन्होंने पैपराजी के कुछ सवालों के जवाब भी दिए। एक्ट्रेस ने कहा, ‘घर आकर ही सुकून मिलता है। मैं घर वापस लौटने का ही इंतजार कर रही थी।’ बोलीं- फुर्सत से गुफ्तगू करेंगे
वहीं जब एक फोटोग्राफर ने दिव्यांका से पूछा कि पासपोर्ट चोरी कैसे हो गया ? तो दिव्यांका ने जवाब दिया- ‘बहुत लंबी कहानी है। कभी फुर्सत से गुफ्तगू करेंगे।’ एयरपोर्ट पर जहां दिव्यांका की आंखों में देश वापस लौटने की खुशी साफ चमक रही थी। वहीं, उनके पति विवेक भी काफी राहत भरी सांस लेते हुए नजर आ रहे थे। इंडियन एम्बेसी ने जारी किए थे इमरजेंसी सर्टिफिकेट
इससे पहले 14 जुलाई को कपल ने इटली में इंडियन एम्बेसी द्वारा जारी किए गए इमरजेंसी सर्टिफिकेट के साथ एक फोटो शेयर किया था। उन्होंने कैप्शन में लिखा था, ‘जल्द ही भारत आ रहे हैं। हम आपके अपार प्यार और समर्थन के लिए ‘आपको’ धन्यवाद देना चाहते हैं। हमारी ‘घर वापसी’ को संभव बनाने के लिए इंडियन एम्बेसी को बहुत-बहुत धन्यवाद।’ दिव्यांका-विवेक के साथ क्या हुआ था?
दिव्यांका पति विवेक के साथ अपनी शादी की 8वीं एनिवर्सरी मनाने के लिए इटली के फ्लोरेंस शहर गई थीं। यहां उनका 10 लाख रुपए का सामान और पासपोर्ट चोरी हो गया था। कार का शीशा तोड़कर चुरा लिया सामान
इटली में कपल ने किराए पर एक कार ली थी, जिसके जरिए वो रहने के लिए होटल और रिसोर्ट देख रहे थे। बुकिंग के सिलसिले में वो एक रिसोर्ट गए थे, लेकिन जब वो बाहर आए तो देखा कि उनकी कार के शीशे तोड़कर उनका सारा सामान चोरी कर लिया गया है। चोरी हुए सामान में उनके पैसे और पासपोर्ट भी थे। साथ ही बीते दिन की गई शॉपिंग का सारा सामान भी कार में ही था। पुलिस ने नहीं की कोई मदद
कपल ने इसकी रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, लेकिन लोकल पुलिस ने ये कहते हुए मदद करने से इनकार कर दिया कि जिस जगह उनका सामान चोरी हुआ है, वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। इसके बाद कपल ने भारत लौटने के लिए इंडियन एम्बेसी से टेंपरेरी पासपोर्ट की मांग की थी, जिसके जरिए उन्हें वापस देश लौटने में मदद मिल सके।
