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दुबई में आनंदपाल की बेटी के साथ था अमरजीत:ठेहट मर्डर के बाद इटली में छिपा, भारत लाने के लिए 40 दिन में देना होगा क्राइम रिकॉर्ड

राजू ठेहट मर्डर का मास्टरमाइंड अमरजीत बिश्नोई इटली भागने से पहले दुबई में आनंदपाल की बेटी चीनू के पास ही ठहरा था। वहीं, रोहित गोदारा के साथ उसने पूरे हत्याकांड को लीड किया था। वहां 8-9 महीने रुकने के बाद अक्टूबर 2023 में इटली भागा था। रेड कॉर्नर नोटिस के बाद इटली पुलिस ने उसे ड्रग माफिया के गढ़ सिसली के तरपानी इलाके से गिरफ्तार किया था। अब राजस्थान पुलिस को अमरजीत बिश्नोई को भारत लाने के लिए इटली की कोर्ट में एजी के जरिए अपना पक्ष रखना होगा। 40 दिन में अमरजीत बिश्नोई का क्राइम रिकॉर्ड वहां की कोर्ट में पेश करना होगा। सुनवाई पूरी होने के बाद इटली से अमरजीत को भारत लाया जाएगा। भास्कर ने अमरजीत बिश्नोई के अपराध की दुनिया में कदम रखने से लेकर इटली में पकड़े जाने की पूरी पड़ताल की। पढ़िए- संडे बिग स्टोरी में… इटली के जिस शहर में रुका वो ड्रग्स रैकेट का गढ़ अक्टूबर 2023 से अमरजीत बिश्नोई इटली के सिसली में रह रहा था। वो भारत से भागने के बाद दुबई पहुंचा। राजू ठेहट मर्डर के कई महीनों तक वहीं था। पुलिस को उसके ठिकाने का पता चल चुका था। पकड़े जाने के डर से साइप्रस होते हुए इटली पहुंच गया। इटली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंटरपोल के जरिए एक भारतीय अपराधी के होने की सूचना इटली पुलिस को मिल चुकी थी। अमरजीत की फोटो के साथ रेड कॉर्नर नोटिस की कॉपी मिलते ही इटली पुलिस ने तरपानी (Trapani Sicily) में पहुंच कर फ्लैट को चारों ओर से घेर लिया। पुलिस के फ्लैट पर पहुंचने पर अमरजीत ने खुद ही दरवाजा खोला। पुलिस को अचानक देखकर अमरजीत घबरा गया। पुलिस ने फ्लैट की तलाशी ली तो उन्हें वहां से कुछ नहीं मिला। अगर फ्लैट से हथियार व नशे की खेप इत्यादि मिलती तो वे उसे इटली के कानून के हिसाब से आरोपी मानकर गिरफ्तार कर लेते। वह बिना नागरिकता के गुपचुप तरीके से अपने दोस्त के साथ इटली में रह रहा था। इटली पुलिस ने अमरजीत बिश्नोई से भारत में क्राइम के बारे में पूछताछ कर सूचना पुख्ता की। सिसली के जिस तरपानी में बोनागिया (Bonagia) एरिया में वह पकड़ा गया, वहां इंडियन कम्यूनिटी काफी है। फ्लाइंग स्क्वाड को मुखबिर ने अमरजीत के वहां पर होने की सूचना दी थी। जब अमरजीत का तरपानी के फ्लैट में रुकने का कंफर्म हो गया तो पुलिस ने इंटरपोल के जरिए सारी डिटेल्स भेजी। 13 जुलाई को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। 40 दिनों में पेश करना होगा कोर्ट में क्राइम रिकॉर्ड इटली पुलिस अब अमरजीत को इटली के कोर्ट में पेश करेगी। कोर्ट में सुनवाई चलेगी। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश ने बताया कि 40 दिनों के अंदर ही पुलिस को इटली की कोर्ट में अमरजीत के खिलाफ रिकॉर्ड पेश करना होगा। वहां की कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद ही उसे भारत भेजने की अनुमति दी जाएगी। अनुमति मिलने के बाद उसे राजस्थान पुलिस लेकर आएगी। उसे भारत में लाने में एक महीने से भी ज्यादा का समय लग सकता है। चूंकि इटली में उसने कोई अपराध नहीं किया है। अवैध तरीके से रहने वालों के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं चलता, उन्हें केवल डिपोर्ट (मूल देश भेजने की प्रक्रिया) किया जाता है। पहली बार कोई गैंगस्टर ओरिजिनल पासपोर्ट पर विदेश भागा हमारी पड़ताल में सामने आया कि अमरजीत का पासपोर्ट ओरिजिनल है। असली पासपोर्ट से ही वह दुबई गया था। उसका पासपोर्ट अमरजीत बिश्नोई के नाम से बना हुआ है। जिसका पासपोर्ट नंबर R6719469 है, जो पासपोर्ट कार्यालय जयपुर से ही बना हुआ है। पहली बार है जब लॉरेंस गैंग से जुड़ा एक गैंगस्टर अपने ऑरिजनल पासपोर्ट पर विदेश भागा। इससे पहले रोहित गोदारा जैसे लॉरेंस गैंग से जुड़े गैंगस्टर फर्जी पासपोर्ट से ही नाम और पहचान बदलकर ही विदेश भागे थे। ज्यादातर गैंगस्टर अपना पासपोर्ट पश्चिम बंगाल या फिर बाहर के राज्यों से ही बनवाते हैं। अमरजीत ने अपना पासपोर्ट 14 दिसंबर 2017 को बीकानेर से ही अपने घर के पते पर बनवा लिया था। तब उसका क्राइम की दुनिया में जन्म ही नहीं हुआ था। लेकिन जब मुकदमे दर्ज हुए तो तब पुलिस को अंदेशा ही नहीं था कि वह बड़ी वारदात को अंजाम देकर विदेश भाग सकता है। आनंदपाल की बेटी के साथ रहा राजू ठेहट का मर्डर 3 दिसंबर 2022 को हुआ था। लेकिन पड़ताल में सामने आया कि अमरजीत हत्याकांड से 2 महीने पहले ही दुबई भाग गया था। रोहित गोदारा के कहने पर अमरजीत राजू ठेहट मर्डर की पूरी प्लानिंग कर चुका था। शूटरों को हथियार, पैसे, फर्जी सिम, रेकी के लिए बाइक, भागने के लिए कार की पूरी व्यवस्था जुलाई में ही कर दी थी। दुबई में वह आनंदपाल की बेटी के घर में रुका। आनंदपाल की बेटी चीनू, उसका पार्टनर ईश्वर कुमावत, बलबीर बानूड़ा का बड़ा बेटा सुभाष बानूड़ा, सुभाष बराल, रोहित गोदारा, वीरेंद्र चारण के साथ मिलकर पूरी प्लानिंग की। लोकल लेवल पर मनीष जाट को कमांड देकर शूटर्स से हत्याकांड को अंजाम दिया। 5 बार रोहित से मुलाकात, पिस्टल चलाने की ट्रेनिंग भी अमरजीत बिश्नोई की 5 बार रोहित गोदारा से मुलाकात हो चुकी है। रोहित जब बीकानेर में था तब उसने ही अमरजीत को जोडबीड़ (गिद्ध के लिए संरक्षित क्षेत्र) ले जाकर पिस्टल चलाने की ट्रेनिंग दी थी। जांच में पता लगा है कि रोहित गोदारा भारत में व्यापारियों को धमकी देने के लिए खुद डायरेक्ट कॉल नहीं करता है। पहले वो अपने सबसे भरोसेमंद दोस्त अमरजीत को कॉल लगाता है। इसके बाद अमरजीत ही VPN नेटवर्क से व्यापारी को कॉल लगाता जिसमें वह रोहित गोदारा को भी कनेक्ट कर लेता है। इसलिए पुलिस के पास रोहित गोदारा की सही लोकेशन की जानकारी नहीं है। पिता की आरएसी में थे, हिसार से बीकानेर में बसा परिवार अमरजीत के पिता लीलूराम बिश्नोई हिसार के आदमपुर के नाडोड़ी के रहने वाले थे। उनकी राजस्थान में आरएसी में नौकरी लगी और बीकानेर के बीछवाल में पोस्टिंग हो गई। लीलूराम का पूरा परिवार बीछवाल में आरएसी थर्ड बटालियान के सामने ही रीको एरिया में रहने लग गया। अमरजीत और सरजीत दो भाई हैं। इनमें से सरजीत की पहले ही शादी हो गई थी। 2018 में पिता लीलूराम की बीमारी से मौत हो गई। लेकिन अमरजीत की मां कभी बीकानेर तो कभी हिसार में आ जाती है। अमरजीत की भाभी भी अपने पीहर तो कभी हिसार में ही रहती है। क्योंकि सरजीत भी अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद है। उसकी राजू ठेहट मर्डर में प्लानिंग की वजह से जमानत नहीं हो सकी है। लॉकडाउन में काम बंद हुआ तो रोहित गोदारा से जुड़ा अमरजीत बिश्नोई उर्फ जांबा पढ़ाई में ठीक था। उसने बीकानेर के डूंगर कॉलेज से बीए किया फिर उसने एम.ए के लिए फॉर्म भर दिया। लेकिन पढ़ाई बीच में ही छोड़कर फाइनेंस कंपनी में रिकवरी एजेंट बन गया। इसी दौरान उसने अपना पासपोर्ट भी बनवाया था। तब उसका अपराध से कोई लेना-देना नहीं था। 2019 में कोरोना के दौरान उसकी नौकरी छूट गई। लंबे समय तक नौकरी की तलाश में घूमता रहा। इस बीच उसका आशीष बिश्नोई नाम के युवक से झगड़ा हो गया। उसके हाथ-पैर तोड़ डाले थे। तब पुलिस ने उसे हत्या के प्रयास मामले में गिरफ्तार कर लिया था। पहली बार वो जेल पहुंचा तो कई बदमाशों से पहचान हो गई। जेल से बाहर आने के बाद उसकी रोहित गोदारा से दोस्ती हो गई। उसने रोहित गोदारा के कहने पर 2020 में बिजनेसमैन जुगल राठी से फिरौती मांगी। डराने के लिए फायर भी किया था। पुलिस उसे तलाश करने लगी तो उसने जयपुर में फरारी काटी। डकैती की साजिश में पकड़ा, रोहित भाग निकला बीकानेर पुलिस ने मई 2022 में मुखबिर की सूचना पर दबिश दी। तब रोहित गोदारा, अमरजीत के साथ 4 अन्य युवक भी थे। जैसे ही पुलिस ने दबिश दी तो रोहित गोदारा वहां से चकमा देकर भाग गया। पुलिस ने अमरजीत और उसके चारों साथियों को दबोच लिया। तभी रोहित गोदारा ने दिल्ली के एक एजेंट से पवन नाम से अपना फर्जी पासपोर्ट बनवाया लिया। जून महीने में रोहित गोदारा दुबई पहुंच गया। फिर वहां से अजरबैजान चला गया। इधर, अमरजीत जेल में था। जमानत होने के बाद वह बाहर आया तो दुबई बैठे रोहित ने उसे राजू ठेहट को मारने की जिम्मेदारी दे दी थी। अमरजीत सारे काम करवाने के बाद खुद तो दुबई भाग गया। लेकिन राजू ठेहट के मर्डर के बाद उसकी पत्नी सुधा कंवर और भाई सरजीत को पुलिस ने अकाउंट डिटेल में नाम आने पर दबोच लिया। जैसे ही सुधा की जमानत हुई तो उसे भी अमरजीत ने दुबई बुला लिया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सुधा अभी दुबई में है। लॉरेंस गैंग के फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले राहुल सरकार को दबोचा तीन महीने पहले बीकानेर पुलिस ने लॉरेंस गैंग के गुर्गों के फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले राहुल सरकार को नेपाल बॉर्डर से पकड़ा था। राहुल सरकार केवल फोटो के आधार पर सारे डॉक्युमेंट तैयार कर फर्जी पासपोर्ट बनवा देता था। राहुल सरकार ने ही लॉरेंस गैंग के ज्यादातर गुर्गों के फर्जी पासपोर्ट बनवाए थे। उसका दिल्ली में संगम विहार में ऑफिस था और आईटीओ पासपोर्ट ऑफिस से सारे काम करवाता था। सबसे पहले उसने एक लड़की निकिता शर्मा और उसके माता-पिता का फर्जी पासपोर्ट बनाया था। वह दुबई गई तो उसकी पहचान अरजीत कुमार से हो गई। निकिता ने अरजीत से राहुल सरकार की पहचान करा दी थी। सबसे सेफ रूट नेपाल से दुबई पहुंचना लॉरेंस गैंग हो या कोई दूसरी गैंग। अपराध करने के बाद ज्यादातर गैंगस्टर उत्तर प्रदेश होकर बिहार से सीधे नेपाल पहुंचते हैं। गैंगस्टर पहले से ही फर्जी पासपोर्ट बनवा लेते हैं तो नेपाल में कुछ दिन रुकने के बाद एयरपोर्ट से सीधे दुबई पहुंच जाते हैं। भारत से सीधे दुबई जाने में कई तरह की चेंकिग से गुजरना पड़ता है। ऐसे में पुलिस के पकड़ने का भी डर बना रहता है। रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद वे बाहर जा भी नहीं सकते है। ऐसे में गैंगस्टर नेपाल के रास्ते ही बाहर जाने में आसानी समझते हैं। पुलिस ने कई बड़े बदमाशों को नेपाल में ही पकड़ा है। ज्यादातर गैंगस्टर दुबई में ही अपना नया ठिकाना बना लेते हैं। लेकिन जिनके पीछे इंटरपोल पड़ी होती है वो दुबई से ऐसे देशों में अवैध तरीके से जाते हैं, जिनके साथ भारत की प्रत्यर्पण संधि नहीं होती। ये भी पढ़ें- राजू ठेहट मर्डर में शामिल गैंगस्टर की गिरफ्तारी की कहानी:दुबई से भागकर इटली में छिपा था अमरजीत, पत्नी से मिला सुराग एजीटीएफ ने मुखबिर से पहले लोकेशन कंफर्म करके फोटो मंगवाई, फिर इटली पुलिस से पकड़वाया। अब एजीटीएफ केंद्रीय एजेंसी की माध्यम से अमरजीत सिंह को इटली से भारत लाने की कोशिश कर रही है। (पूरी खबर पढ़ें)

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