राजस्थान में देवस्थान विभाग की वर्ष 2025-26 की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना की तैयारी शुरू हो गई है। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया इसी माह शुरू होगी। इस वर्ष पहली ट्रेन रामेश्वरम के लिए 6 जून को रवाना होगी। पहली बार देवस्थान विभाग ने यात्रियों के लिए एसी ट्रेन की व्यवस्था की है। देवस्थान विभाग ने पिछले साल चयनित 30 हजार में से शेष रहे 7200 यात्रियों में से पहले जत्थे में 776 वरिष्ठजनों को यात्रा करवाने का फैसला लिया है। इसी के तहत जयपुर के दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से 6 जून को सुबह 11:30 बजे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व देवस्थान विभाग के मंत्री जोराराम कुमावत हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। 12 जून की देर रात यह सभी यात्री जयपुर लौटेंगे। 7 दिवसीय इस यात्रा के दौरान रामेश्वरम के तीर्थस्थलों के दर्शन कराए जाएंगे। यात्रा के लिए राजस्थान के 6 जिलों में से जयपुर, सीकर, अलवर, दौसा और झुंझुनूं के 600 यात्री दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से और भरतपुर के 176 यात्री सवाई माधोपुर से सवार होंगे। 6 हजार हवाई जहाज और 44 हजार करेंगे ट्रेन से यात्रा देवस्थान विभाग वर्ष 2025-26 में प्रदेश के 50 हजार को तीर्थ यात्रा करवाएगा। इनमें से 6 हजार को हवाई जहाज से और 44 हजार को ट्रेन से यात्रा करवाई जाएगी। ऑनलाइन आवेदन का पोर्टल जल्द शुरू होगा। यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण इस बार वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना की शुरुआत जुलाई से संभावित है। यात्रा में इस बार त्र्यंबकेश्वर, दश्मेश्वर, गोवा और आगरा जैसे प्रमुख स्थलों को शामिल किया गया है। ट्रेन पर दिखेगी राजस्थानी संस्कृति… पहली बार ट्रेन पर राजस्थानी संस्कृति नजर आएगी। ढेर के बालाजी स्टेशन पर ट्रेन को खासतौर पर इस तीर्थ यात्रा के लिए डिजाइन किया है। विशेषतौर पर सभी 11 डिब्बों पर राजस्थानी लोक नृत्य, लोक कलाएं, तीज त्योहार की झलक नजर आएगी। अलग-अलग थीम के साथ डिजाइन तैयार करवाई गई है। प्रत्येक डिब्बे पर राजस्थान के अलग-अलग मंदिर, दुर्ग, अन्य पर्यटक स्थल व अभयारण्य नजर आ रहे हैं। इस बार गोवा के गिरिजाघरों को भी शामिल किया गया है।