पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान विभाग के मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जल संरक्षण जन अभियान चलाया जा रहा है। राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रदेशवासियों को जल संरक्षण की आवश्यकता के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण देश व प्रदेश में हमारी संस्कृति रही है कि हम नदी, तालाब सहित सभी जल स्रोतों की पूजा करते हैं। जल के बिना जीवन नहीं है ना ही जल के बिना हरियाली संभव है। पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान विभाग के मंत्री जोराराम कुमावत बुधवार को जिले के मांडलगढ़ क्षेत्र के दौरे पर रहे जहां वे वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत मांडलगढ़ के झालेश्वर सरोवर पर आयोजित कार्यक्रम में आमजन को संबोधित कर रहे थे। जल संरक्षण से ही जल की कमी से बचना संभव उन्होंने कहा कि जल संरक्षण का उद्देश्य ताजे पानी के प्राकृतिक संसाधन का स्थायी प्रबंधन करना,जलमंडल की रक्षा करना और वर्तमान और भविष्य की मानवीय मांग को पूरा करना है। जल के संरक्षण से ही जल की कमी से बचना संभव हो सकता है । आमजन को जल संरक्षण का महत्व समझा रहे मांडलगढ़ विधायक गोपाललाल खंडेलवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि सीएम के नेतृत्व में वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान 5 जून से 20 जून तक चलाया जा रहा है। इस दौरान आमजन को जल संरक्षण की उपयोगिता व आवश्यकता के बारे में विभिन्न गतिविधियों द्वारा जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आम जनता से अपील करते हुए कहा कि पानी के स्रोतों की नियमित अंतराल में साफ सफाई कर स्वच्छ रखें जिससे की बारिश में जल संरक्षण हो सके। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा ने जल के महत्व को वर्तमान समय में समझने की आवश्यकता बताई। सरोवर का पूजन कर किया वृक्षारोपण मंत्री कुमावत ने मुख्य समारोह से पूर्व झालेश्वर सरोवर की पूर्ण विधि विधान से पूजा अर्चना की एवं आगामी मानसून में अच्छी बारिश की मंगलकामना की। पूजा अर्चना के पश्चात मंत्री कुमावत ने पीपल के पौधे का रोपण भी कियाझालेश्वर सरोवर पहुंचने पर जिला कलेक्टर ने मंत्री कुमावत का स्वागत अभिनंदन किया। पंचायत समिति सभागार में हुई समीक्षा बैठक मंत्री कुमावत ने कार्यक्रम के पश्चात पंचायत समिति सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली।उन्होंने वाटरशेड, जल संसाधन, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज सहित अन्य विभागों से वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत किए गए कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि परम्परागत जल स्रोतों की नियमित अंतराल में साफ सफाई का कार्य किया जाए। जल स्रोतों के नजदीक अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को हटाया जाना सुनिश्चित करें। जल स्रोतों का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यकरण कराया जाए उन्होंने निर्देश दिए कि सीएसआर या अन्य मद द्वारा जल स्रोतों का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यकरण का कार्य कराया जाए। समस्त सरकारी कार्यालय साफ-स्वच्छ एवं हरे-भरे हो । केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जल संरक्षण की दिशा में किए जा रहे कार्यों व संरक्षण की आवश्यकता के बारे में आमजन को जानकारी प्रदान करे। कलेक्टर ने पीपीटी से मंत्री को दी अभियान प्रगति की जानकारी बैठक में जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने पीपीटी द्वारा मंत्री कुमावत को जिले में अभियान के तहत किये गए कार्यों व वर्तमान प्रगति की जानकारी दी। जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले में जल स्रोतों की साफ सफाई, जल संरक्षण के प्रति जागरूकता गतिविधियां श्रमदान सहित अन्य कई कार्य किए गए हैं। इनकी रही मौजूदगी कार्यक्रम व बैठक में उप जिला प्रमुख शंकर गुर्जर, नगर पालिका अध्यक्ष संजय डांगी, आजाद शर्मा, प्रधान जितेन्द्र मूंदड़ा, अतिरिक्त कलेक्टर ओमप्रकाश मेहरा, जिला परिषद सीईओ चंद्रभान सिंह भाटी सहित अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि व जिला स्तरीय अधिकारीगण मौजूद रहे।
देवस्थान विभाग मंत्री कुमावत आज भीलवाड़ा दौरे पर:वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत झालेश्वर सरोवर का किया पूजन, बोले-जल के बिना ना जीवन संभव ना हरियाली
