अलवर के उमरैण के पास गुरु पूर्णिमा पर देव डूंगरी पर वन विभाग की ओर से पिलर तोड़ा गया था। इसके बाद आज गुर्जर समाज ने महापंचायत की। रविवार रात को प्रशासन से सहमति बन गई थी। इस कारण ज्यादा भीड़ नहीं जुटी। जितने भी नेता, जनप्रतिनिधि और समाज के लोग आए। सभी ने कहा- प्रशासन ने 20 अगस्त तक तोड़े गए निर्माण को दुबारा बनाने का आश्वासन दिया है। यदि समय पर निर्माण पूरा करके नहीं दिया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। सोमवार को हुई पंचायत में राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी, डेयरी के पूर्व चेयरमैन विश्राम गुर्जर, पूर्व प्रधान प्रेम पटेल, पूर्व सरपंच भविद्र पटेल सहित प्रदेश भर के अलग-अलग जिलों से सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे थे। 20 अगस्त तक का दिया समय उमरैण के धारा सिंह ने बताया- उमरैण के पास इस जगह पर 25 सालों से पद यात्रा रुकती है। रात को जागरण होता है। देवनारायण मंदिर की नींव पहले से रखी हुई थी। गुरु पूर्णिमा के दिन मंदिर निर्माण के हिस्से को ढहाया गया है, जिसका पुरजोर विरोध है। देवनारायण पद यात्रा के अध्यक्ष सोहनलाल ने बताया- देव डूंगरी पर पहले से देवजी की पूजा होती रही है। 30 साल से पद यात्रा जाती है। यहां करीब 4 से 5 हजार आदमी आती है। लाल किला से आने वाली पद यात्रा यहां ठहरती है। हम देवनारायणजी की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा करने में लगे थे। टीनशेड लगी हुई थी। हमनें पिलर कर लिए थे। पटाव लगाने की तैयारी में थे लेकिन वन विभाग ने आकर तोड़ दिया। मूर्ति भी खंडित हो गई। अब मंत्री से बातचीत हुई है। उन्होंने कहा- 20 अगस्त से पहले टूटा हुआ हिस्सा बना देंगे इसलिए समाज मान गया। वरना समाज मंदिर का निर्माण करने की तैयार कर चुका था।
देव डूंगरी पर तोड़ा गया पिलर वापस बनाएगा प्रशासन:20 अगस्त तक का आश्वासन दिया; गुरु पूर्णिमा पर ढहाया था मंदिर निर्माण का हिस्सा
