जिले के गुढ़ागौड़जी थाना क्षेत्र के बास-बिशना भाटीवाड़ गांव से दो बच्चों की मां सोनू योगी पर अपने प्रेमी के साथ फरार होने और एक स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) के लगभग 5 लाख रुपये गबन करने का आरोप लगा है। इस घटना से पीड़ित पति, उनके बच्चे और समूह की अन्य महिलाएं गंभीर मानसिक और आर्थिक संकट में फंस गए हैं। न्याय की मांग को लेकर मंगलवार को झुंझुनूं कलेक्ट्रेट परिसर में पीड़ितों ने प्रदर्शन किया। पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप, पति ने बताई पूरी कहानी धरना प्रदर्शन में महिला समूह की दर्जनों महिलाएं और पीड़ित परिजन शामिल थे। सभी ने पुलिस की निष्क्रियता और आरोपी महिला की गिरफ्तारी में हो रही देरी पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। पीड़ित पति पवन कुमार योगी ने बताया कि उनकी पत्नी एक दवा कंपनी में काम करती थीं और साथ ही गांव में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को ऋण (loan) उपलब्ध कराने का काम भी करती थीं। पवन ने आरोप लगाया कि घोड़ीवारा कलां निवासी पुरुषोत्तम मेघवाल ने उनकी पत्नी को बहला-फुसलाकर भगा लिया। उन्होंने गुढ़ागौड़जी थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी, लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। गहने और समूह के पैसे भी ले गई सोनू, महिलाएं ठगा महसूस कर रही पवन कुमार योगी के अनुसार सोनू योगी घर के पैतृक सोने-चांदी के गहने भी अपने साथ ले गई हैं। सबसे गंभीर आरोप यह है कि महिला ने समूह की आड़ में बैंकों से करीब 5 लाख रुपये का ऋण लिया था, जिसे न तो समूह में बांटा गया और न ही बैंक में जमा कराया गया। अब बैंककर्मी यह राशि समूह की अन्य सदस्यों से वसूल रहे हैं, जिससे समूह की महिलाओं में डर और गुस्सा है। धरने पर बैठी महिला सदस्यों ने कहा कि सोनू ने पहले सभी का विश्वास जीता और फिर समूह के नाम पर ऋण लिया, धीरे-धीरे सारी राशि अपने पास रखती गई और अंत में फरार हो गई। अब जब बैंक किश्तों की वसूली के लिए उनके घरों पर आ रहे हैं, तो वे खुद को पूरी तरह ठगा हुआ और असहाय महसूस कर रही हैं। एसपी से शिकायत, नाथ समाज का भी मिला समर्थन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब शिकायत दर्ज हो चुकी है और आरोपी की पहचान भी साफ है, तो अब तक उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। महिलाओं ने जिला पुलिस अधीक्षक से मिलकर इस मामले में तुरंत कार्रवाई और गबन की गई राशि की वसूली की मांग की। इस पूरे प्रकरण में पीड़ित परिवार को सामाजिक समर्थन भी मिल रहा है। नाथ संप्रदाय के झुंझुनूं जिलाध्यक्ष योगी मोहननाथ ने कहा कि यह केवल एक परिवार या समूह का मामला नहीं है, बल्कि समाज की प्रतिष्ठा से जुड़ा विषय है। उन्होंने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई और पीड़ितों को राहत देने की मांग की है।