गिरवी रखे सोने का हेर-फेर करने के मामले में धनवर्षा गोल्ड लोन बैंक शाखा सोजत (पाली) की सहायक शाखा प्रबंधक ने अपने शाखा प्रबंधक सहित 5 जनों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू की है। बता दें कि तीन महीने पहले कम्पनी की ओर से सोजत शाखा की सहायक ब्रांच मैनेजर अंकिता गहलोत सहित 4 जनों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया था। आरोप लगाया गया था कि ग्राहकों के गिरवी रखे गहनों के पैकेट से असली गहने गायब कर नकली रख दिए थे। पीड़ित ग्राहकों में ज्यादातर सहायक ब्रांच मैनेजर अंकिता के रिश्तेदार या परिचित ही हैं। ऐसे में सहायक ब्रांच मैनेजर अंकिता गहलोत, ब्रांच मैनेजर कुलदीप गिरी, कैशियर यश कुमार और ब्रांच के सेल्स मैनेजर आदित्य टांक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया था। सहायक शाखा प्रबंधक ने ब्रांच मैनेजर से 5 के खिलाफ दर्ज कराया मामला पुलिस के अनुसार- बेरा नवादिया सोजत सिटी निवासी अंकिता गहलोत पत्नी अमरचंद ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया- मैं धनवर्षा गोल्ड लोन की सोजत शाखा में करीब एक साल से सहायक शाखा प्रबंधक के पद पर कार्यरत हूं। 21 जून 2024 को गोल्ड लोन दिया था। ऑडिट टीम से सोने की जांच भी करवाई गई थी। गोल्ड सही पाया गया था। 4 जुलाई 2024 को मैं निजी काम से केरल गई थी। 15 जुलाई 2024 को वहां से वापस आई। इस दौरान बैंक के उच्चाधिकारियों ने बैंक का निरीक्षण किया। इसमें एक ग्राहक के गिरवी रखे गोल्ड में गहने कम मिले थे। मेरे छुट्टी पर जाने के बाद धनवर्षा गोल्ड लोन बैंक शाखा जोधपुर के रीजनल मैनेजर राजेंद्र सिंह, शाखा सुमेरपुर के कलस्टर हेड किशन मेघवाल, सोजत शाख के ब्रांच मैनेजर कुलदीप गिरी, कैशियर यश कुमार और ऑडिटर सुभाष स्वामी ने मिलीभगत कर ग्राहकों के गिरवी रखे गोल्ड पैकेज से गहने गायब किए। पुलिस ने पीड़िता की ओर से लगाए गए इन गंभीर आरोपों की जांच करने के लिए मामला दर्ज किया। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है। यह भी पढ़े : लॉकर में असली की बजाए मिले नकली गहने:पीड़ित निकले सहायक ब्रांच मैनेजर के रिश्तेदार; कंपनी ने कैशियर समेत 4 के खिलाफ दर्ज करवाया मामला