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धारा 370 का हटना मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि:सांसद जोशी बोले- आपातकाल लोकतंत्र के इतिहास में काला धब्बा, पूरे देश को जेल बना दिया था

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के पुरोधा थे, एक देश दो विधान, दो ध्वज, दो प्रधान जो असंगत निर्णय प्रधानमंत्री नेहरू की तुष्टिकरण की नीतियों से लागू हुआ, उसका मुखर्जी ने खुलकर विरोध किया और उनके संकल्प और स्वप्न को केंद्र की मोदी सरकार ने धारा 370 हटाकर पूरा किया, जो डॉ. मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि है। ये बात भाजपा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने कही। जोशी आज भीलवाड़ा भाजपा कार्यालय में आपातकाल दिवस और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में कही। उन्होंने कहा कि जो हमारे बीच नहीं है, उन्हें नमन कर रहे हैं, जो उपस्थित हैं उनका अभिनंदन कर रहे हैं। जिन लोगों को संविधान की रक्षा करनी चाहिए थी, उन्होंने कुर्सी बचाने की खातिर संविधान को दागदार करने का काम किया है। आपातकाल लोकतंत्र के इतिहास में काला धब्बा जोशी ने कहा- यह लोकतंत्र के इतिहास में काला धब्बा था, जब 25 जून 1975 की आधी रात को आपातकाल लगा दिया। पूरे देश को जेल बना दिया था। देश के इतिहास में इससे बुरे दिन कभी नहीं आएगा। मीडिया पर भी सेंसरशिप लगा दी गई। न्यायपालिका पर भी अंकुश लगाने का प्रयास किया गया। लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान कर हम गौरवान्वित भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों ने आपातकाल के दौरान इस दंश को झेला है। आज इनका अभिनंदन कर हम गौरवांवित हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने लोकतंत्र के सेनानियों की नियमित पेंशन जारी की है। लोकतंत्र केवल इतिहास बनकर रह जाता इस अवसर पर प्रदेश मंत्री पूनिया ने कहा कि आपातकाल (काला दिवस) की आज 50वीं पुण्यतिथि है। आपातकाल में लोकतंत्र के रक्षकों ने इस काले अध्याय के खिलाफ आवाज नहीं उठाई होती तो लोकतंत्र केवल इतिहास का हिस्सा बनकर रह जाता। भारतीय लोकतंत्र राजनीति के सबसे काले अध्याय के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि मुखर्जी के बलिदान से ही जम्मू कश्मीर हमारे देश का अभिन्न अंग रहा है। ये रहे मंचासीन विचार गोष्ठी में विधायक झब्बर सिंह सांखला, उदय लाल भडाणा, जिला प्रमुख बरजी देवी भील, सुभाष चंद्र बहेड़िया, शंकर लाल गुर्जर उप जिला प्रमुख, विट्ठल शंकर अवस्थी, महापौर राकेश पाठक, पूर्व विधायक बद्री प्रसाद गुरुजी, डॉ. बालू राम चौधरी, रामचंद्र सेन, जिला अभियान समन्वयक युवराज सिंह राजावत, जिला संयोजक मंजू चेचानी, सूरज पेंटर मौजूद रहे। मुखर्जी को दी श्रद्धांजलि संगोष्ठी में अतिथियों ने जनसंघ संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। जिलेभर से आए वर्तमान, पूर्व जन प्रतिनिधि और भाजपा पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं ने फूल चढ़ाकर नमन किया। इनका किया सम्मान संगोष्ठी के दौरान आपातकाल के समय जेल में बंद रहे 23 लोकतंत्र सेनानियों एवं उनके परिवार जनों का सम्मान भी किया गया। इस अवसर पर उन्हें दुपट्टा, श्रीफल देकर सम्मान पत्र भेंट किया गया। इनमें रजनीकांत आचार्य, प्रहलाद सोडाणी, दयाराम मैठानी, नानकराम सिंधी, मिट्ठू लाल स्वर्णकार, गोविंद नारायण राठी, कैलाश चंद सोमानी, जगदीश चंद्र डाड, कैलाश चंद्र डाड, कन्हैया लाल धाकड़, बद्री प्रसाद गुरुजी, देवेंद्र कुमार बेली, भगवान राव पाटिल, दामोदर अग्रवाल, सत्यनारायण टेलर, गोपाल लाल तोषनीवाल, भेरूलाल गंदोडिया, शिवकुमार तोषनीवाल, राजेंद्र कुमार सोलंकी, हरिहर प्रसाद, चांदमल गट्टयानी, कृष्ण गोपाल सोलंकी, सुरेंद्र पाल डागा सम्मिलित हैं इनकी रही मौजूदगी विचार गोष्ठी के जिला सहसंयोजक गोपाल तेली, रितु शेखर शर्मा, लवकुश जोशी, नागेंद्र सिंह राव, चेतन चौबे, मोहिनी माली,अविनाश जीनगर, राजकुमार आचलिया, भगवती प्रसाद जोशी, बाबूलाल आचार्य सुरेंद्र सिंह मोटरास, अमित सारस्वत, मनोज बुलानी, भेरूलाल गाडरी, मीरा किराड़, इंद्र चपलोत, रेखा परिहार, अमर सिंह चौहान, ललित अग्रवाल, शंकर जाट, हमीद मोहम्मद शेख, शक्ति सिंह कालियास अजय नोलखा, मनीष पालीवाल, कुलदीप शर्मा मंजू पालीवाल, महेंद्र मीणा, अजीत सिंह केसावत, मीनाक्षी नाथ, आरती कोगटा,मधु शर्मा, रागिनी गुप्ता उपस्थित थे।

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