धौलपुर की नृसिंह ड्योढी में नगर परिषद ने रात के समय अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया। परिषद ने छह से अधिक दुकानों को तोड़ दिया। जब टीम रिहायशी निर्माण को तोड़ने आगे बढ़ी, तो राज परिवार की महिलाएं पेट्रोल की बोतलें लेकर सामने आ गईं। राज परिवार की पदमश्री राना ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि प्रशासन परिवार के दूसरे पक्ष को जमीन पर कब्जा दिलाने की कोशिश कर रहा है। महिलाओं ने बताया कि इस जमीन को लेकर राज परिवार के दूसरे पक्ष से कोर्ट में विवाद चल रहा है। उनका आरोप है कि विरोधी पक्ष राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर रहा है। बुधवार रात को महिलाओं के विरोध में उतरने के बाद बड़ी संख्या में समर्थक भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद नगर परिषद की टीम को बिना कार्रवाई के वापस लौटना पड़ा। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर परिषद जलभराव और अतिक्रमण का बहाना बनाकर पक्की और मंजूरशुदा दुकानों को तोड़ रही है। विवाद की जड़ नृसिंह ड्योढी की संपत्ति है, जिसके दो वारिस हैं- महाराज उदयभान सिंह और उनके भाई कुंवर केशव सिंह। इस संपत्ति का एक हिस्सा लल्लूराम किशन को दान में दिया गया था और मंदिर का हिस्सा देवस्थान विभाग के पास है। दोनों पक्ष हाईकोर्ट में अपने-अपने हक के लिए मुकदमा लड़ रहे हैं। राज परिवार का आरोप है कि नगर परिषद राजनीतिक दबाव में दूसरे पक्ष को जबरन कब्जा दिलाना चाहती है।