नकली सोने को असली बताकर लाखों रुपए का गोल्ड लोन लेने का मामला सामने आया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इस संबंध में नौ लोगों के खिलाफ जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में मामला दर्ज कराया है। पिछले दिनों बैंक की ऑडिट के दौरान ये मामला सामने आया। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की खतुरिया कॉलोनी शाखा के प्रबंधक धीरज खंडेलवाल ने एफआईआर दर्ज कराते हुए आठ लोगों पर बैंक के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। एफआईआर में कहा गया है कि नौ ग्राहकों और तीन स्वर्णकारों ने मिलकर बैंक से लाखों रुपए का लोन उठाया है। बैंक ने सोने के असली होने की रिपोर्ट के आधार पर लोन दे दिया। पिछले दिनों एक ऑडिट टीम ने बैंक में इस गोल्ड को जांचा परखा, तो ये नकली पाया गया। दरअसल, जिन गहने के आधार पर लोन दिया गया था, उनमें सोना बहुत कम था, जबकि नकली हिस्सा ज्यादा था। खंडेलवाल की रिपोर्ट पर पुलिस ने चेतन, हेमंत कुमार, प्रकाश निर्मल, राधा देवी, रमजान, सदाकत अली, सीताराम, सुरजाराम और यश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इसी मामले में कुल बारह जनों पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप है। पुलिस उन स्वर्णकारों की भी तलाश कर रही है, जिन्होंने नकली सोने को असली बताते हुए लोन दिलाने में सहायता की थी। ये पहला अवसर नहीं है, इससे पहले भी एसबीआई ने ही फर्जी रिपोर्ट का खुलासा किया था।