हाई कोर्ट की ओर से जोधपुर के सांगरिया ग्राम पंचायत के दो राजस्व गांव निरस्त करने के बाद ग्राम पंचायत सांगरिया की ओर से ग्राम सभा का आयोजन किया गया। ग्राम सभा में सांगरिया फांटा और वीर तेजाजी नगर को पुनः राजस्व गांव बनाने के लिए ग्रामीणों की ओर से लिखित मांग पत्र कोर्ट के निर्णय अनुसार विशेष ग्राम सभा बुलाकर पारित किया गया। इसकी अध्यक्षता सरपंच तेजाराम चौधरी ने की। वहीं ग्राम सभा प्रभारी के रूप में पंचायत समिति लूणी के सहायक विकास अधिकारी गंगा सिंह और श्यामलाल चौहान को नियुक्त किया गया। बता दे की पूर्व में राज्य सरकार की ओर से सांगरिया ग्राम पंचायत के वीर तेजाजी नगर और सांगरिया फांटा को राजस्व ग्राम बनाया गया था। इसके आधार पर वीर तेजाजी नगर राजस्व ग्राम को नगर निगम सीमा में शामिल किया गया था, हालांकि इसको लेकर हाईकोर्ट ने प्रस्ताव ग्राम सभा में पारित किए बगैर राजस्व ग्राम बनाने को लेकर सुनवाई की। जिसमें वीर तेजाजी नगर राजस्व ग्राम को निरस्त कर दिया था। इसके बाद ग्राम सभा बुलाकर सरपंच तेजाराम चौधरी की अध्यक्षता में वीर तेजाजी नगर को राजस्व ग्राम बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में ग्राम विकास अधिकारी बृजपाल सिंह, राजस्व निरीक्षक तेजेंद्र सिंह, पटवारी दीपिका और कनिष्ठ सहायक सुनीता सहित कर्मचारी अधिकारी और ग्रामीण उपस्थित हुए। सरपंच तेजाराम चौधरी ने बताया की इस बैठक में ग्राम सभा सदस्यों की ओर से बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया और कोरम के रूप में 1801 हस्ताक्षर के साथ ग्राम सभा को सफल बनाया गया। ग्राम सभा में राजस्व गांव सांगरिया के दो नए राजस्व गांव सांगरिया फांटा और वीर तेजाजी नगर बनाने का प्रस्ताव ग्राम सभा द्वारा सर्व सहमति से पारित किया गया।