राजस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, रजिस्टर्ड ऑफिस 74 विद्युत नगर भीलवाड़ा के नाम से सिरोही में नर्सिंग इंस्टीट्यूट चलाने के बाद संस्था के अधिकारी और कर्मचारी लाखों रुपए लेकर फरार हो गए। एएनएम का प्रशिक्षण लेने वाली छात्राओं ने कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन देते हुए मामला दर्ज करवाने की गुहार लगाई है। सिरोही जिला मुख्यालय पर भाटकड़ा अनादरा चौराहा रोड पर स्थित एक भवन की तीसरी मंजिल पर नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र खोलकर बोर्ड लगाया गया। जिस पर संस्था को मान्यता प्राप्त संस्था बचाकर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एएनएम का कोर्स करवाने के लिए प्रकाशन कराया गया। इसके लिए सूचना भी प्रकाशित की गई और डाक के माध्यम से लेटर भेजा गया। इस पर उन लोगों ने उपयुक्त संस्था में संपर्क किया तो संस्था के अधिकारी राकेश गुप्ता मधुकर गुप्ता और अन्य अधिकारी जिनका नाम अंकित और विनय है। सिरोही में इसकी सब ब्रांच के कल्पेश और संजय नामक युवकों ने विश्वास में लेकर उन्हें कहा कि हम तुम्हें एएनएम का कोर्स करवा देंगे। इसके लिए 58000 संपूर्ण परीक्षा खर्च सहित बताया। छात्रा कोमल से 48000 और चेतना से 35000 लेकर उन्हें जो रसीद पकड़ाए गई हैं। उसपर कहीं रजिस्ट्रेशन नंबर वगैरह कुछ भी नहीं है। एक साल बीतने के बाद प्रथम वर्ष के एग्जाम तक नहीं करवाए। बार-बार संपर्क करने पर जल्दी ही परीक्षा केंद्र के प्रवेश पत्र आने पर परीक्षा दिलवाले का आश्वासन देते रहे। इसलिए एक सप्ताह से संस्था को पूर्ण रूप से बंद कर वे लोग भीलवाड़ा चले गए। उनका कहना है कि करीब 50 छात्राएं हैं, जिनसे पैसे लेने के बाद आज तक ना परीक्षा करवाई और ना ही प्रशिक्षण केंद्र खोला जा रहा है। उनका कहना है कि उन्हें विश्वास है उनके साथ धोखाधड़ी करके पैसे हड़प लिए और उनके भविष्य के डेढ़ साल खराब कर दिए हैं। इस मामले में सीएमएचओ डॉक्टर राजेश कुमार ने बताया कि एएनएम ट्रेनिंग सेंटर प्राइवेट रूप से खोला गया। इस बारे में कलेक्टर के भी निर्देश प्राप्त हुए हैं। छात्राओं के साथ जिसने भी धोखाधड़ी की है, उनके खिलाफ मामला दर्ज करवा सकते हैं। इस बारे में विभाग के पास कोई शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी।

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