नागौर वासियों की मानसून के मौसम में एक अच्छी बारिश की उम्मीद अभी भी अधूरी है। बुधवार शाम घनघोर काली घटाएं छाने से जोरदार माहौल बना, लेकिन बूंदाबांदी ही हुई। इससे पहले बुधवार को दिन में करीब 10 मिनट तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। उधर बुधवार को कुचेरा इलाके में अड़वड़ गांव के एक घर पर बिजली गिरने से भैंस मर गई और ग्वार भरे हुए कट्टे जल गए। कहीं रिमझिम तो कहीं बूंदाबांदी होने से रात को तापमान में हल्की गिरावट आई। लेकिन आज सुबह फिर से बादलवाही होने से उमस होने लगी है। धूप कमजोर, तापमान गिरा नागौर जिले के ग्रामीण इलाकों में बुधवार रात को बारिश हुई। बुधवार को बादलों की वजह से धूप कमजोर रही, इस वजह से तापमान में कमी आई। लेकिन उमस के कारण हर कोई पसीने लथपथ नजर आ रहा है। तापमान भी लगातार स्थिर बना हुआ है। नागौर में बुधवार को न्यूनतम तापमान 27.5 डिग्री और अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आज सुबह का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया। बारिश ना होने की वजह से फसलों की बुवाई में भी देरी हुई है। प्रदेश की तुलना में नागौर में बारिश अभी कम ही हुई है। बारिश ना होने की स्थिति में नागौर में फिर से गर्मी बढ़ने के आसार हैं। हवा चलने से उमस से राहत आज सुबह से हवाएं मंद हैं, इसलिए उमस का जोर है। पिछले 20 दिन से उमस बहुत जोरदार बनी हुई है। हालांकि रात होते-होते हवाएं चलना शुरू हो जाती हैं, जिससे लोगों को गर्मी व उमस से राहत मिलती है। बीती रात अच्छी रफ्तार से हवाएं चलीं और बारिश हुई। हालांकि आज सुबह हवाएं पूरी तरह बंद हो गईं, इस वजह से उमस का असर फिर से जारी है। बीती रात पारा कम होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। जुलाई महीने की शुरुआत में ही बादलवाही जोरों पर है। नागौरवासी अच्छी बरसात होने की उम्मीद लगाए हुए हैं।