नागौर जिले के पांचौड़ी थाना क्षेत्र के भुंडेल गांव में जीएसएस पर निजी कंपनी के कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई। परिनजनों ने शव लेने से इंकार करते हुए नागौर के जेएलएन जिला अस्पताल में धरना दिया। खींवसर से रालोपा के पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल भी धरने पर पहुंचे। प्रशासन की ओर से एडीएम चंपालाल जीनगर मौके पर मौजूद रहे। दरअसल भुंडेल से सूखाेलाव गांव के बीच बिजली लाइन में आए फॉल्ट को दुरूस्त करने का काम चल रहा था, विभाग का ठेकाकर्मी हनुमान जाजड़ा जीएसएस से बिजली सप्लाई बंद करवाकर काम कर रहा था। इसी बीच जीएसएस से बिना सूचना दिए एक अन्य कर्मचारी बिजली सप्लाई चालू कर दी। सप्लाई चालू होते ही दूजासार निवासी हनुमान जाजड़ा करंट लगने से नीचे गिर गया, जिसके बाद घायल को नागौर के जेएलएन हॉस्पिटल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया और मोर्चरी के बाहर 4 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए। जिला अस्पताल में धरने पर पहुंचे खींवसर पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल के नेतृत्व में परिजनों ने ठेका कंपनी की ओर से 50 लाख रुपए का मुआवजा देने, मृतक के छोटे भाई को सरकारी नौकरी देने, विभागीय जांच कर बिजली विभाग के संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और बिना सुरक्षा मापदंडों के आरडीएसएस का काम करने वाली निजी कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और मृतक के आश्रितों को बिजली विभाग से आर्थिक सहायता देने की मांग की। प्रशासन की मृतक के परिवार से हुई वार्ता में ठेका कंपनी की ओर से 10 लाख रुपए देने, विद्युत विभाग की ओर से 5 लाख रुपए देने, परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी के लिए प्रस्ताव भेजने और निजी कंपनी की इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत बीमा क्लेम जल्द जारी करने पर सहमति बन गई। इस वार्ता के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार, पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल, खींवसर SDM हरि सिंह शेखावत, नागौर प्रधान प्रतिनिधि श्रवण मेघवाल आदि शामिल थे।