जोधपुर के सांगरिया इलाके में एक नाबालिग को बंधक बनाने, उसके बाल काटकर प्रताड़ित करने, जबरन बाल श्रम कराने के मामले में पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाते हुए गुरुवार को दलित संगठनों ने कलेक्ट्रेट के बाहर धरना देकर प्रदर्शन किया। आदिवासी भील समाज के नाबालिग को न्याय दिलाने की मांग करते हुए दलित संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया गया कि बासनी थाना क्षेत्र में हुई इस घटना के बाद पिछले कई दिनों से पीड़ित परिवार के साथ आदिवासी भील समाज बासनी थाने के बाहर धरने पर बैठा है, लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं रही है। इस घटनाक्रम के संबंध में बासनी थाने में एससी-एसटी एक्ट की धाराओं के साथ नाबालिग से अमानवीय हरकतें करने, बालश्रम कराने को लेकर पॉक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में केस 6 मार्च को दर्ज किया गया, जबकि घटना 17 फरवरी की देर रात हुई थी। एक मिठाई की दुकान पर हुए इस घटनाक्रम में पहले तो एफआईआर दर्ज करने में देरी की गई और अब आरोपियों के नामजद होने के बावजूद उनकी गिरफ्तारी नहीं की जा रही है। जबकि, जांच एसीपी स्तर की अधिकारी कर रही है।