भीलवाड़ा | अगले हफ्ते तक नीट परीक्षा का परिणाम आने की संभावना है। स्टूडेंट्स ने वैसे तो अपने स्तर पर ही मार्किंग कर ली होगी। जिन स्टूडेंट्स को भरोसा है कि नीट क्वालिफाई हो जाएगा, उन्हें तो एमबीबीएस की मनचाहा कॉलेज और ब्रांच भी मिल ही जाएगी, लेकिन जिन्हें इस परीक्षा में पिछड़ने की आशंका है, उनके सामने परेशानी खड़ी हो जाएगी कि अब नीट के बाद क्या करना चाहिए, जिससे समय और पैसा दोनों की हानि से बचा जा सके। नीट के माध्यम से एमबीबीएस, बीडीएस, आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, नेचुरोपैथी तथा बीएससी नर्सिंग में एडमिशन होता है। यदि विद्यार्थी पढ़ाई में तेज है एवं नीट में अच्छे अंक आने पर भी कट ऑफ की वजह से भारत में प्रवेश नहीं मिल पाता है तो, विदेश से एमबीबीएस के कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमें प्रमुख रूप से नेपाल, मॉरीशस, उज्बेकिस्तान आदि हैं। मेडिकल एडमिशन काउंसलर अतुल बापना ने बताया कि विदेश में इटली देश में शतप्रतिशत स्कॉलरशिप के साथ वहां की गवर्नमेंट द्वारा प्रतिवर्ष लगभग 6 लाख रुपए रहने खाने के लिए स्थाई फंड भी दिया जाता है। इटली में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए आईएमएटी की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। इस परीक्षा में नीट के सिलेबस के साथ सामान्य ज्ञान एवं रीजनिंग भी शामिल होता है। इस परीक्षा के आवेदन जून में शुरू होते हैं एवं प्रवेश परीक्षा अगस्त में होती है। वेटरनरी की कर सकते हैं तैयारी … जिन स्टूडेंट्स ने नीट की परीक्षा नहीं दी अथवा नीट में क्वालीफाई मार्क्स अथवा अच्छे अंक नहीं आ रहे हैं वे भी वेटरनरी टेस्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं। टेस्ट 3 अगस्त को है। विदेश से वेटरनरी की डिग्री लेने के बाद भारत में किसी भी तरह का एलिजिबिलिटी या लाइसेंस टेस्ट देने की आवश्यकता नहीं होती है। भारत के सबसे नजदीक वेटरनरी का कोर्स उज्बेकिस्तान की समरकंद सिटी में समरकंद यूनिवर्सिटी में उपलब्ध है। आयुर्वेद का भी स्कोप अच्छा है … आयुर्वेद में भी स्कोप अच्छा है। इसमें डिग्री पूरी होने के बाद प्राइवेट एवं गवर्नमेंट सेक्टर में रोजगार के कई अवसर उपलब्ध हैं। राजस्थान में तो गवर्नमेंट कॉलेज में काफी कम सीट हैं। गवर्नमेंट एवं प्राइवेट कॉलेज दोनों की ही सीटें मिला ली जाए तब भी एमबीबीएस से काफी कम सीट्स राजस्थान में है। आयुर्वेद डॉक्टर के रूप में काम करने के साथ-साथ आयुर्वेद फार्मेसी, आयुर्वेद पंचकर्म एवं फिजियोथैरेपी केंद्र खोलकर भी करिअर के अच्छे अवसर बनाए जा सकते हैं। लड़कियों के लिए भारतीय सेवा में नर्सिंग ऑफिसर का स्कोप … लड़कियों के लिए भारतीय सेवा में नर्सिंग ऑफिसर बनने के लिए 4 वर्ष का बीएससी नर्सिंग कोर्स होता है, जिनका सलेक्शन प्रोसेस नीट अथवा विशेष परीक्षा के माध्यम से होता है। एमबीबीएस की पढ़ाई के अलावा नीट में क्वालीफाई विद्यार्थी आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, डेंटल, नेचुरोपैथी, पैरामेडिकल, फार्मेसी, फिजियोथैरेपी, बायोटेक्नोलॉजी एवं कुछ प्रमुख इंजीनियरिंग की ब्रांच, 4 वर्षीय नर्सिंग की डिग्री आदि कोर्सेज के माध्यम से भी कैरियर बनाया जा सकता है।