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वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत जिलेभर में जल संरक्षण के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। खासतौर पर जिले के नॉन कमांड क्षेत्र में किस तरह वर्षाजल को बचाया जाए इसके लिए प्रशासन और ग्रामीण मिलकर काम कर रहे हैं। बागीदौरा पंचायत समिति की इटाउवा, करजी अन्य ग्राम पंचायत क्षेत्रों में इसके परिणाम भी नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना 2.0 प्रथम चरण के अंतर्गत निर्मित एनिकटों निर्माण पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है, पहले जहां पानी बिना उपयोग में लिए अनस नदी में आह जाता था वहीं अब पानी का स्टोरेज होगा। जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता राधेश्याम प्रजापत ने जल संरक्षण कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अलग अलग राशि से निर्माणाधीन एनिकटों में इटाउवा एनिकट की लागत 17 लाख 20 हजार है। इस एनिकट के बनने से वहां कि 300 परिवारों को सिंचाई में लाभ मिलेगा। एनीकट में 10 हजार क्यूबिक मीटर पानी स्टोरेज किया जाएगा। कुल 3 एनिकट बनाए गए हैं और एक की मरम्मत की गई है। इससे ना सिर्फ खेती बल्कि पशुधन को भी पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा। इसी प्रकार करजी गांव में भी यही संरक्षण कार्य किए जा रहे हैं। इसके अलावा जिले के अन्य हिस्सों की बात करें तो इस 15 दिन के भीतर तालाबों का गहरीकरण, कुंड की सफाई और प्राचीन कुओं की साफ सफाई भी प्राथमिकता से कराई जा रही है। कलेक्टर डॉ इंद्रजीत यादव ने बताया कि इस बार जिले में पौधरोपण भी विशेष कार्ययोजना के साथ किया जाएगा ताकि पौधे संरक्षित रहें। 7 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है।

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