विवादित ग्राउंड पर राजस्थान क्रिकेट लगातार हिट विकेट हो रहा है। अगले साल जनवरी में होने वाली न्यूजीलैंड और भारत की वाइट बॉल सीरीज के मैच की मेजबानी राजस्थान से छिन चुकी है। तीन वनडे और 5 टी-20 मैचों की सीरीज के लिए देशभर में 8 शहरों को शॉर्टलिस्ट किया गया था। इसमें जयपुर का एसएमएस स्टेडियम भी शामिल था। स्पोट्र्स काउंसिल और आरसीए में पैसों को लेकर चल रहे विवाद के कारण सेंट्रल जोन का मैच की मेजबानी जयपुर की जगह रायपुर को मिल गई है, जबकि रायपुर शॉर्टलिस्ट शहरों की सूची में शुमार नहीं था। सेंट्रल जोन से जयपुर का नंबर इंटरनेशनल मैच के लिए अन्य शहरों से पहले आना तय था लेकिन इंदौर और रायपुर न्यूजीलैंड के खिलाफ इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी हासिल करने में सफल हो गए। कुछ दिन पहले बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा भी था कि जयपुर सहित 8 वेन्यू न्यूजीलैंड के खिलाफ इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी के दावेदार है, लेकिन दो दिन पहले जब बीसीसीआई ने शेड्यूल जारी किया तो उसमें जयपुर को कोई मैच नहीं मिला। क्रिकेट कंट्रोवर्सी – स्पोट्र्स काउंसिल हर घरेलू मैच के 1 लाख रुपए मांग रहा बीसीसीआई ने 75 घरेलू मैचों की मेजबानी जयपुर को सौंपी है। घरेलू सीजन अगस्त से शुरू होगा। लेकिन अभी तक आरसीए एडहॉक कमेटी और राजस्थान स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल के बीच विवाद थमा नहीं है। स्पोर्ट्स काउंसिल ने हर मैच के 1 लाख रुपए की मांग की थी जिसके बाद आरसीए ने अपनी मशीनरी को ताले में बंद कर दिया। इसी विवाद के चलते आईपीएल के बाद से मैदान की हालत भी खस्ता है क्योंकि आरसीए ने ग्राउंड स्टाफ भी हटा लिया है। इधर, पूर्व रणजी कप्तान रोहित झालानी का कहना है कि क्रिकेट की भलाई इसी में है कि स्पोर्ट्स काउंसिल और आरसीए विवाद सुलझाएं। एसएमएस स्टेडियम में इंटरनेशनल मैच के साथ-साथ रणजी मैच भी होने चाहिए। ये घरेलू मैच मिले राजस्थान को
रणजी 4, अंडर-23 सीके नायडू 4, अंडर-23 वनडे 21, अंडर-19 कूच बिहार 3, अंडर-23 महिला 15, विजय हजारे 28 न्यूजीलैंड सीरीज के मैच
वनडे : 11 जनवरी बड़ौदा, 14 जनवरी राजकोट, 18 जनवरी इंदौर।
टी20 : 21 जन. नागपुर, 23 जनवरी रायपुर, 25 जनवरी गुवाहाटी, 28 जनवरी वाइजाग, 31 जनवरी ित्रवेन्द्रम। 4 साल पहले हुआ था इंटरनेशनल मैच वैभव गहलोत जब आरसीए के अध्यक्ष थे उस समय राजस्थान ने एक इंटरनेशनल मैच की मेजबानी सफलतापूर्वक की थी। यह टी20 मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ 17 नवंबर, 2021 को खेला गया था। इसके बाद अब चार साल हो गए हैं लेकिन जयपुर को एक भी इंटरनेशनल मैच की मेजबानी नहीं मिली है। होटल और टूरिज्म इंडस्ट्री को भी होता फायदा
इंटरनेशनल और आईपीएल मैचों के आयोजन से पर्यटन के साथ-साथ होटल इंडस्ट्री को भी काफी फायदा होता है। इंटरनेशनल मैच मिलने से काफी संख्या में विदेशी क्रिकेटप्रेमी मैच देखने के साथ-साथ जयपुर के ऐतिहासिक स्थलों को भी देखने जाते हैं। इससे पर्यटन इंडस्ट्री को भी करोड़ों रुपए का फायदा होता है।
