पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े के तहत जिले ग्राम पंचायतों में शिविर लगाए जा रहे हैं। कई जगह शिविरों में लोग अपनी शिकायतें लेकर पहुंच रहे हैं, तो कई जगह प्रचार प्रसार के अभाव में शिविर में सन्नाटा पसरा देखा जा रहा है। सिकराय उपखण्ड क्षेत्र की नाहरखोहरा ग्राम पंचायत में बुधवार को आयोजित शिविर में सन्नाटा देखा गया। जहां दोपहर के समय कुर्सियां खाली पड़ी रही। कैंप में मौजूद कर्मचारी संतोषप्रद जवाब नहीं दे सके, जिसके चलते कई फरियादी तो बैरंग लौट गए। जिसे लेकर लोगों में नाराजगी दिखी। ग्रामीण टीकाराम मीणा समेत अन्य ने बताया कि कैंप में न तो अधिकारी तय समय पर पहुंच रहे और न ही प्रचार प्रसार हो रहा। जिससे कि लोगों को सरकार की योजनाओं का फायदा मिल सके। ऐसे में खानापूर्ति के लिए कैंप लगाकर राजस्व का नुकसान किया जा रहा है। हालांकि कैंप लगाने के पीछे सरकार मंशा लोगों को राहत पहुंचाना है, लेकिन प्रभावी मॉनिटरिंग नहीं होने और प्रचार प्रसार के अभाव में खानापूर्ति की जा रही है। उच्चाधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। जमीन के पुराने विवाद का समाधान
मण्डावर की बावड़ीखेड़ा ग्राम पंचायत में दो पक्षों भूमि बंटवारे को लेकर पिछले काफी दिनों से कोर्ट केस चल रहा था। ऐसे में मंगलवार को आयोजित शिविर में उन्होंने अपनी सहखातेदारी भूमि के विभाजन के लिए आवेदन किया। जहां एसडीएम एवं तहसीलदार के निर्देश पर राजस्व टीम ने आवेदन पर त्वरित संज्ञान लिया। उन्होंने राजस्थान काश्तकारी अधिनियम 1955 की धारा 53 के तहत प्रार्थी की भूमि में सहखातेदारों से आपसी समझाइश करवाकर मौके पर ही जमीन का बंटवारा करवा दिया। पेंशन का सत्यापन, पशु बीमा मिला
लवाण पंचायत समिति की ग्राम पंचायत डूंगरावता में आयोजित शिविर के दौरान ही कजोड़ गुर्जर का सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से संचालित वृद्धावस्था पेंशन का वार्षिक सत्यापन होने से राहत मिली। वह इस सत्यापन को लेकर पिछले काफी दिनों से परेशान हो रहे थे, लेकिन शिविर में पहुंचने से उसकी समस्या का समाधान हो गया। सिंगवाड़ा के रहने वाले किशन गुर्जर को ग्राम पंचायत में लगे शिविर के दौरान ही मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना की पॉलिसी प्रदान कर लाभान्वित किया गया। उन्होंने इस योजना के तहत पशुओं का बीमा करवाया था, जिसकी आज पॉलिसी मिल चुकी है। पॉलिसी ने उसे किसी पशु की अनहोनी होने पर आर्थिक नुकसान की चिंता से मुक्त कर दिया है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े के शिविरों में सन्नाटा:खाली पड़ी रही कुर्सियां, समय पर कर्मचारियों के नहीं पहुंचने से नाराज दिखे लोग
