झुंझुनूं में पुलिस कस्टडी में युवक पप्पू राम मीणा (28) की मौत के साथ खेतड़ी पुलिस का एक ओर दर्दनाक पहलू सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि 8 अप्रैल को युवक से मिलने जब वे थाने पहुंचे, तो पुलिसकर्मियों ने युवकों को छोड़ने के नाम पर 2 लाख रुपए की मांग की थी। इस पर गिरफ्तार युवक दीपक मीणा की पत्नी ने अपने गहने गिरवी रखे, वहीं पप्पूराम के पिता ब्याज पर रुपए लेकर पुलिस को देने पहुंचे थे। कॉन्स्टेबल दिनेश को रुपए दिए थे, लेकिन इसके बावजूद पुलिस का दिल नहीं पसीजा। पप्पू की पिटाई से मौत हो गई, जबकि दीपक फिलहाल खेतड़ी जेल में बंद है। हालांकि चौथे दिन बुधवार को पप्पू के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया गया। पोस्टमॉर्टम बुहाना के MJM कोर्ट के मजिस्ट्रेट तुषार विश्नोई की निगरानी में हुआ। प्रशासन के अनुसार, पूरे प्रकरण की जांच अब सीआईडी (सीबी) के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा की जाएगी। पूछताछ के दौरान बिगड़ी थी तबीयत
जानकारी के अनुसार, हिरासत में पूछताछ के दौरान पप्पू को घबराहट होने लगी और थोड़ी देर बाद वह उल्टियां करने लगा। पुलिस उसे खेतड़ी के सरकारी अस्पताल में ले गई। जहां से बीडीके हॉस्पिटल रेफर कर दिया। 13 अप्रैल की रात 1 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। ग्रामीण बोले- पप्पू की पत्नी ने गिरवी रखे थे गहने
मृतक के गांव के निवासी श्रवण कुमार ने बताया कि पुलिस की 2 लाख रुपए की डिमांड पूरी करने के लिए दीपक की पत्नी ने अपने गहने गिरवी रख दिए थे। वहीं पप्पू के पिता ने भी ब्याज पर रुपए लिए थे। कॉन्स्टेबल दिनेश को 2 लाख रुपए दे भी दिए थे, इसके बावजूद एक युवक की हत्या कर दी गई, जबकि दूसरे को जेल भेज दिया है। DSP समेत 8 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज
मामले में DSP जुल्फीकार अली, CI गोपाल लाल जांगिड़, हेड कॉन्स्टेबल दिनेश गुर्जर, कॉन्स्टेबल प्रमोद लाठर, भरतलाल, सुनील कुमार, रामनिवास लादी, रमेश गराटी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच सीआईडी सीबी से करवाई जाएगी। जल्द मामले में लिप्त पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इन मांगों पर बनी सहमति जिला कलेक्टर रामवतार मीणा ने बताया- एससी एसटी एक्ट में 8.25 लाख रुपए व 5 लाख अन्य योजनाओं से परिवार को दिए जाएंगे। मृतक की पत्नी को 7500 रुपए पेंशन दी जाएगी। मृतक के एक आश्रित को प्लेसमेंट एजेंसी से संविदा की नौकरी अजीतगढ़ क्षेत्र में सरकारी विभाग में दी जाएगी। इसके अलावा हिरासत में मृत्यु होने पर जो लाभ देय होंगे वो पीड़ित परिवार को दिए जाएंगे। भामाशाह मनोज घुमरिया की ओर से 5.51 लाख रुपए सहायता मृतक पप्पू मीणा के परिवार को दिए जाएंगे। पूर्व आईएएस केएल मीणा की ओर से एक लाख रुपए की सहायता दी जाएगी। पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा व मीणा समाज के नेता राजेश भाइड़ा की ओर से एक लाख रुपए दिए जाएंगे। डीएसपी जुल्फीकार अली को हटाने के डीजीपी से मांग की गई थी। इस पर जल्द हटाने का आश्वासन दिया गया है। मामले में 6 अप्रैल को जब्त की गई मृतक पप्पू राम की दो गाड़ियों को छोड़ दिया गया है। मृतक के परिवार से पुलिस द्वारा लिए गए 2.50 लाख रुपए वापस दिए जाएंगे। 3 भाइयों में दूसरे नंबर का था
पप्पू तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था। बड़ा भाई हीरालाल ट्रैक्टर चलाता है, जबकि छोटा भाई प्रमोद पढ़ाई करता है। पप्पू के डेढ़ साल का एक बेटा है। पप्पू पिकअप चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। पुलिस ने उसकी पिकअप भी जब्त कर रखी है। ———————- पुलिस हिरासत में युवक की मौत से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए… पुलिस हिरासत में युवक की मौत, 32 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर:चोरी के आरोप में थाने लेकर गई थी; पिता बोले- बेटे को बेरहमी से पीटा, पैरों में सूजन थी चोरी के आरोप में गिरफ्तार युवक की पूछताछ के दौरान तबीयत बिगड़ गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां रविवार देर रात उसने दम तोड़ दिया। मामला झुंझुनूं के खेतड़ी इलाके का है। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। पूरी खबर पढ़िए
