झुंझुनूं की चिड़ावा प्रधान इंद्रा डूडी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। 18 जुलाई को बैठक में फ्लोर टेस्ट होगा। इससे पहले उठा-पटक तेज हो गई है। पंचायत समिति सदस्य रोहिताश धांगड़ ने अपने खेमे के 17 पंचायत समिति सदस्यों को बाड़ेबंदी में ले गए हैं। बाड़ेबंदी की एक फोटो सामने आई है। बताया जा रहा है कि सभी सदस्य देश भ्रमण पर है। दावा है कि फोटो गुजरात के एक रिसॉर्ट की है। धांगड़ खेमे के 17 सदस्य साथ नजर आ रहे हैं। रोहिताश ने शुक्रवार रात दैनिक भास्कर संवाददाता को बताया- अभी गुजरात में है। विपक्ष को पता चल गया है। यहां सदस्यों को ले जाया गया है। इसलिए अब हम केरल जा रहे हैं। दो महिला सदस्यों के पतियों ने किडनैपिंग का आरोप लगाया था
तस्वीर में दो महिला सदस्य भी नजर आ रही हैं। इनके पतियों ने रोहिताश धांगड़ पर किडनैप कर बंधक बनाने का परिवाद दिया। वार्ड नंबर 5 से निर्दलीय सदस्य सुधा देवी के पति जगदीश कटेवा ने बगड़ थाने में और वार्ड 17 से भाजपा सदस्य शीला के पति राजेश डारा ने सुलताना थाने में परिवाद दिया था। शुक्रवार को जगदीप कटेवा और राजेश डारा ने कलेक्टर और एसपी से मिलकर कार्रवाई की मांग की थी। हालांकि शनिवार को जगदीश कटेवा ने अपना परिवाद वापस ले लिया। महिला सदस्य के पति ने कहा- पता नहीं वह जिंदा भी है या नहीं
राजेश डारा ने दैनिक भास्कर को बताया- मेरी पत्नी शीला नारा चिड़ावा पंचायत समिति में वार्ड 17 से भाजपा की सदस्य है। 6 जुलाई की शाम पंचायत समिति सदस्य रोहिताश धांगड़ घर आए थे। मैं उन्हें जानता हूं। घर आकर उन्होंने बताया कि एक रात्रि चौपाल में शीला को उपस्थित होना है। घर में बूढ़ी मां बीमार थी, इसलिए मैंने शीला को साथ आई दो-तीन महिलाओं के साथ भेज दिया। मैं खुद साथ नहीं जा पाया। रोहिताश ने दो दिन का नाम लिया था। तीसरे दिन मैंने शीला को कॉल किया तो माेबाइल बंद आ रहा था। रोहिताश को बार-बार कॉल किया, लेकिन उन्होंने उठाया नहीं। कॉल उठाया तो यह कहकर काट दिया कि व्यस्त हूं। मेरी मां को बहू की चिंता होने लगी। उनकी सेहत बिगड़ गई। मैं और बच्चे भी परेशान हैं। 6-7 दिन से शीला से बात नहीं हो पा रही है। आशंका है कि इसके पीछे कोई साजिश हो सकती है। पता नहीं वे जिंदा भी है या नहीं। पंचायत समिति में 21 में से 10 सदस्य कांग्रेस के
इंद्रा देवी (कांग्रेस), रोहिताश धांगड़ (कांग्रेस), विपिन कुमार (कांग्रेस), रामावतार (कांग्रेस), ख्यालीराम (कांग्रेस), बनारसी (कांग्रेस), भरत सिंह (कांग्रेस), प्रमोद कुमार (कांग्रेस), विजय कुमार (कांग्रेस), अमित ओला (कांग्रेस), उम्मेद सिंह (भाजपा), शीला (भाजपा), अनिल कुमार (निर्दलीय), उम्मेद सिंह (निर्दलीय), सुधा (निर्दलीय), प्रकाशवती (निर्दलीय), बसेसरी (निर्दलीय), मधु चौधरी (निर्दलीय), अंजू देवी (निर्दलीय),
सुमन (निर्दलीय), पिंकी (निर्दलीय)। प्रधान के खिलाफ 7 जुलाई से बाड़ेबंदी
चिड़ावा में कांग्रेस की प्रधान इंद्रा डूडी के खिलाफ 7 जुलाई से 17 सदस्य बाड़ेबंदी में है। हालांकि फोटो में 15 सदस्य नजर आ रहे हैं। फोटो में पंचायत समिति सदस्य रामवतार नारी, रोहिताश धांगड़ धतरवाला, उप प्रधान विपिन नूनिया गोठड़ा, विजय कुमार गोवला, उम्मेद सिंह, धनखड़ किठाना, ख्यालीराम सैनी श्योपूरा, उम्मेद सिंह शेखावत, महिला सदस्य अनिता बख्तावरपुरा, सुधा खुडाना, शीला किशोरपुरा, पिंकी भुकाना, सुमन चनाना, बसेसरी देवी अरडावता और अंजू देवी सुलताना शामिल हैं। रोहिताश्व धांगड़ बोले- आरोप निराधार
रोहिताश धांगड ने बताया- अपहरण और बंधक बनाने का आरोप निराधार है। महिला सदस्यों शीला और सुधा के परिजन खुद उन्हें बस में बैठाकर गए थे। प्रधान के खिलाफ सभी 17 सदस्य एकजुट हैं। सदस्यों का पूरा समर्थन है। प्रधान ने घबराकर परिजनों पर दबाव डाला है और झूठी शिकायत दर्ज करवाई है। 18 जुलाई को स्थिति साफ हो जाएगी। जानकारी के मुताबिक चिड़ावा पंचायत समिति बोर्ड में कुल 21 सदस्य हैं। प्रधान इंद्रा डूडी का 5 साल का कार्यकाल नवंबर 2025 में पूरा होना है। अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए एक तिहाई सदस्यों का होना जरूरी है। यानी कुल 21 में से 7 सदस्य हों तो अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। अविश्वास प्रस्ताव को पास करने के लिए तीन चौथाई सदस्य होने चाहिए।