पर्यटन विभाग के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव की अध्यक्षता में सोमवार को पर्यटन भवन में विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। प्रमुख शासन सचिव ने पर्यटन, कला एवं संस्कृति समेत विभिन्न अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी वाली शाखाओं और विभागों को आवश्यक विषयों का प्रपत्र बनाकर वितरित किया। उन्होंने प्रपत्र के अनुसार बिंदुओं को प्रमुखता से एड्रेस करते हुए विभाग में बेहतर प्रदर्शन के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। प्रमुख शासन सचिव ने पर्यटन विभाग, पर्यटन विभाग की विभिन्न शाखाओं जैसे मेला उत्सव, पर्यटक सुरक्षा बल, लेखा शाखा आदि, पर्यटन सूचना केन्द्र जयपुर, विकास शाखा, निवेश शाखा,पुरातत्व विभाग, रविन्द्र मंच, जवाहर कला केन्द्र, धरोहर विकास प्राधिकरण सहित सभी संबंधित शाखाओं और विभागों को निर्देश जारी किए। जिसमें बताया कि वे उपलब्ध करवाये गए प्रपत्रों में वर्णित महत्वपूर्ण बिन्दुओं के आधार पर आगे कार्य की योजना बनाकर कार्य करें। उन्होंने निर्देशित किया कि इसके अतिरिक्त कोई अन्य बिन्दु प्रपत्र में शामिल करना हो तो शाखाएं एवं विभाग अपने स्तर पर उन बिंदुओं को जोड़कर अगली बैठक में कार्य योजना सहित प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि विभाग के कुछ इश्यूज तो ऐसे भी हो सकते हैं, जिनमें किसी बजट की आवश्यकता नही होती है, अपितु एक पहल करके ही समाधान किए जा सकते हैं। कला संस्कृति के संवर्धन में लोकल स्तर पर के कई अच्छे और उत्पादक नवाचार किए जा सकते हैं। प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने कहा- प्रदेश में आने वाले 23 करोड़ पर्यटकों की सुविधा के लिए पर्यटक गाइड के प्रशिक्षण और स्किल अपग्रेडेशन भी किया जाना चाहिए। साथ ही अगर पर्यटक वाहन चलाने वाले ड्राइवर्स का भी प्रशिक्षण करवाया जाए ता अच्छा रहेगा। उन्होंने कहा कि पर्यटक गाइडों की सूची भी विभाग के पोर्टल पर उपलब्ध करवाई जा सकती है। समीक्षा बैठक में पर्यटन आयुक्त रुक्मणि रियार, कार्यकारी निदेशक राजस्थान पर्यटन विकास निगम एवं अतिरिक्त निदेशक पर्यटन प्रशासन (अतिरिक्त प्रभार) राजेश सिंह, सयुंक्त शासन सचिव पर्यटन मोहम्मद अबुबक्र, अतिरिक्त निदेशक पर्यटन आनंद त्रिपाठी, पवन जैन, जवाहर कला केन्द्र की अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा, संयुक्त निदेशक पर्यटन (विकास) राजेश शर्मा, संयुक्त निदेशक मेले त्योहार पुनीता सिंह, संयुक्त निदेशक मार्केटिंग दलीप सिंह, उप निदेशक पर्यटन उपेंद्र सिंह शेखावत सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।