पशुपालकों के लिए पिछले साल शुरू की गई मंगला पशु बीमा योजना की आज पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने समीक्षा की। बैठक में मंत्री ने पिछले वित्त वर्ष के लक्ष्य से पीछे रहने पर नाराजगी जताई है। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे योजना में सर्वेयर की संख्या बढ़ाए। इससे तय समय पर पशुपालकों को पशु बीमा मिल सके। दरअसल, भजनलाल सरकार ने पिछले बजट में पशुपालकों के लिए मंगला पशु बीमा योजना शुरू की थी। योजना के तहत पशु की नस्ल, उम्र और उत्पादन क्षमता के अनुसार पशु का अधिकतम 40 हजार रुपए तक का निशुल्क बीमा किया जाता हैं। पिछले साल साढ़े 12 लाख का नहीं हुआ बीमा दरअसल इस योजना के तहत पिछले वित्त वर्ष में कुल 16 लाख 72 हजार ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से विभाग ने 9 लाख 76 हजार पशुओं के हेल्थ सर्टिफिकेट जारी किए। लेकिन इनमें से केवल 4 लाख 40 हजार पशुओं की बीमा पॉलिसी जारी की जा सकी। आज बैठक में मंत्री ने शेष बीमा पॉलिसी व हेल्थ सर्टिफिकेट जारी करने के कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए अधिकारियों को पाबंद किया गया। इस साल 42 लाख पशुओं का बीमा करने का लक्ष्य बैठक में मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन पशुओं का हेल्थ सर्टिफिकेट जारी होता है। उसके साथ ही उसकी बीमा पॉलिसी भी जारी करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बीमा पॉलिसी जारी करने की धीमी गति पर नाराजगी जाहिर करते हुए सर्वेयर की संख्या में बढ़ोतरी के लिए कहा। बैठक में बजट घोषणा 2025-26 के मुताबिक इस बार 42 लाख पशुओं का बीमा कवर करने के संबंध में चर्चा हुई। इसके लिए वित विभाग को प्रस्ताव भेजा जाएगा।