जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में इस्लामिक आतंकियों द्वारा 27 पर्यटकों की हत्या के विरोध में आमजन में गुस्सा देखने को मिल रहा है। बुधवार शाम को दौसा जिला मुख्यालय पर भी रैली निकालकर विरोध जताया गया। बड़ी तादात में लोग नेहरू गार्डन में जुटे, जहां से नारेबाजी करते हुए रवाना हुई रैली लालसोट रोड से गुजरते हुए गांधी तिराहे पहुंची। लोगों ने आतंकी घटना को लेकर रोष जताते हुए केंद्र सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि पाकिस्तान के संरक्षण में सीमा पार आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है, जिन्हें कश्मीर में भेजकर दहशत फैलाने का काम किया जा रहा है। जबकि पाक अधिकृत कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और वहां से आतंकी गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। पीओके को फिर से कश्मीर का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। इसके लिए पूरा देश केंद्र सरकार के साथ है। लोगों का कहना था कि पहले पुलवामा और अब पहलगाम में हुए नरसंहार को लेकर पूरा देश स्तब्ध है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह द्वारा हाई लेवल की मीटिंग बुलाकर घटना को लेकर जो चर्चा गई की गई उस पर देशवासियों को भरोसा है कि कोई न कोई बड़ा और सख्त एक्शन होगा। सर्वसमाज के लोगों ने मांग की आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए ताकि फिर से ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो।

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