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पहली बार रीट अभ्यर्थियों का बायोमैट्रिक और फेस रिकग्निशन से होगा वेरिफिकेशन

भास्कर संवाददाता | चूरू रीट पात्रता परीक्षा 27-28 फरवरी को होगी। परीक्षा में पहली बार अभ्यर्थियों की पहचान करने के लिए हैंड-हेल्ड मेटल डिटेक्टर व बायोमैट्रिक तथा फेस रिकग्निशन जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। साथ ही, संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। सीडीईओ गोविंदसिंह राठौड़ ने बताया कि रीट परीक्षा को लेकर बुधवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में वीसी के माध्यम से उच्च स्तरीय बैठक हुई। इसमें परीक्षा की शुचिता, पेपर और ओएमआर शीट की सुरक्षा व गोपनीयता, कानून व्यवस्था, प्रश्न पत्रों के सुरक्षित परिवहन, परीक्षार्थियों की सुविधाओं व अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए। केंद्रों पर लगेंगे सीसीटीवी, फ्लाइंग के साथ रहेंगे वीडियोग्राफर : सीडीईओ राठौड़ ने बताया कि रीट परीक्षा को लेकर केंद्रों पर सीसीटीवी की व्यवस्था होगी। पेपर को-ऑर्डिनेटर व फ्लाइंग के साथ वीडियोग्राफर साथ रहेंगे। पेपर को-ऑर्डिनेटर के स्ट्रांग रूम से पेपर लेने से लेकर वितरण तक की वीडियोग्राफी की जाएगी। वीसी में मुख्य सचिव ने कहा कि जिस तरह चुनाव आयोग निर्वाचन प्रक्रिया के प्रत्येक बिंदु की एसओपी जारी कर उसकी पालना करवाता है, उसी प्रकार रीट परीक्षा में भी प्रत्येक बिन्दु की एसओपी जारी की गई है। इसकी पालना में अवहेलना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। परीक्षा के दौरान कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए परीक्षा केंद्रों, स्ट्रॉन्ग रूम व संग्रहण केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल व होमगार्ड जवानों की तैनाती के निर्देश दिए गए हैं।

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